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Apr 1, 2024

उदंती.com, अप्रैल- 2024

चित्रः संदीप राशिनकर
वर्ष - 16, अंक - 8

एक समय में एक काम करो, ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।   - स्वामी विवेकानंद

इस अंक में

अनकहीः बूँद- बूँद पानी बचाना होगा,,, - डॉ. रत्ना वर्मा 

आलेखः पीड़ितों को नागरिकता देने का बना कानून - प्रमोद भार्गव

आलेखः 2029 में संयुक्त चुनाव कराने की तैयारी- एक-देश, एक-चुनाव 

 नवगीतः पानी की हर बूँद बचाने - सतीश उपाध्याय

 पर्यावरणः हर वर्ष नया फोन पर्यावरण के अनुकूल नहीं - सोमेश केलकर

 लघुकथाः कबाड़ - सुभाष नीरव

 चिंतनः मन थोड़ा बदल जाए तो... - सीताराम गुप्ता

 बाल कविताः चिड़िया गीत सुनाती है - रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’

स्वास्थ्यः ऊँचे पहाड़ जीवन के लिए बेहतर - डॉ. डी. बालसुब्रमण्यन

कविताः नदिया - गौतमी पाण्डेय

डायरी के पन्नों सेः मन्नत का वह धागा - शशि पाधा

 यात्रा- संस्मरणः एलिफैंटा केव्स- अद्भुत संरचना - प्रिया आनंद

 लघुकथाः अपनी ही आग में - आनन्द

कहानीः नजर बट्टू - ज्योति जैन

कविताः बकरी - हरभगवान चावला

व्यंग्यः ट्रेम्पोलीन में कूद झमाझम - बी. एल. आच्छा

लोककथाः इतना महँगा नाश्ता

किताबेंः उदासी की चुप्पी को झकझोरती संवेदना की गूँज - अरुणेन्द्र नाथ वर्मा

कविताः बाट जोहते चौखट - शुभ्रा मिश्रा

 प्रेरकः जीवन कितना न्यायपूर्ण है - निशांत

 जीवन दर्शनः मनवा भीतर क्यों ना झाँके - विजय जोशी 

1 comment:

Ramesh Kumar Soni said...

अच्छा अंक हार्दिक बधाई। शुभकामनाएँ।