उदंती.com को आपका सहयोग निरंतर मिल रहा है। कृपया उदंती की रचनाओँ पर अपनी टिप्पणी पोस्ट करके हमें प्रोत्साहित करें। आपकी मौलिक रचनाओं का स्वागत है। धन्यवाद।

Mar 7, 2024

आप भी जुड़ सकते हैं इस अभिनव प्रयास में


छत्तीसगढ़
के आदिवासी क्षेत्र बस्तर के कोण्डागाँव जिले के कुम्हारपारा गाँव में ‘साथी समाज सेवी संस्था’ लगभग 40 वर्षों से आदिवासी जन- जीवन के संरक्षण -संवर्धन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के लिए निरंतर काम कर रही है। साथी एक गैर-सरकारी संगठन है जो बस्तर के कमजोर समुदाय के साथ काम करके उन्हें सम्मान के साथ जीवन जीने में मदद करता है। संस्था ने सामुदायिक सशक्तिकरण के लिए शिक्षा को आवश्यक उपकरण मानते हुए कई कार्यक्रम और परियोजनाएँ आरंभ किए हैं, क्योंकि संस्था का मानना है कि शिक्षा ही एकमात्र ऐसा माध्यम है जो वहाँ के लोगों को अपनी जमीन, स्थानीय संस्कृति और आजीविका के साथ जोड़े रखती है । इसी कड़ी में संस्था द्वारा आदिवासी बच्चों को समाज और देश की मुख्य धारा से जोड़ने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सन 2004 में कुम्हारपारा में एक मिडिल स्कूल की स्थापना की गई ।

 ‘साथी राउंड टेबल गुरूकुल’ नाम से संचालित इस स्कूल में विगत 25 वर्षों से हजारों बच्चे शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं और कर रहे हैं। यह स्कूल अपने उद्देश्य में सफलता हासिल करे और यहाँ पढ़ने वाले बच्चे एक सफल नागरिक बनकर निकले, इसके लिए आवश्यक है स्कूल में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हो, जो बगैर आर्थिक सहयोग से संभव नहीं है।  इसके लिए देशभर से लोगों ने अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं और इस स्कूल को कई बार मुसीबत से बचाया है। 

 पिछले कई वर्षों से  नियमित आर्थिक सहयोग  देने वाले सम्माननीय सदस्यों के नाम हैं-  श्रीमती प्रियंका-गगन सयाल- लंदन मैनचेस्टर। श्रीमती सुमन परगनिहा- रायपुर। डॉ. प्रतिमा- अशोक चंद्राकर- रायपुर, डॉ. रत्ना वर्मा- रायपुर श्रीमती अरुणा तिवारी रायपुर। श्री राजेश चंद्रवंशी- रायपुर, क्षितिज चंद्रवंशी- रायपुर, आयुश चंद्रवंशी- रायपुर। अक्षत वर्मा- रायपुर। 

कोरोना काल में आई मुसीबत के समय से मासिक पत्रिका उदंती के अनके रचनाकारों ने तुरंत अपना अमूल्य सहयोग देकर विद्यालय को त्वतरित सहायता पँहुचाई थी और तब से लेकर आज तक अपनी सहायता पहुँचा रहें हैं, उन सम्माननीय सदस्यों के नाम हैं - श्री रामेश्वर काम्बोज हिमांशु, श्री विजय जोशी, श्रीमती सुषमा गुप्ता, श्री शिवजी श्रीवास्तव,  श्री सुकेश कुमार साहनी, श्रीमती सुदर्शन रत्नाकर,  श्रीमती कमला निखुर्पा।

संस्था आप सभी के सहयोग के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद और आभार व्यक्त करती है। 

इस पत्र के माध्यम से मैं अन्य से भी सहयोग की अपील करती हूँ। ताकि बस्तर के बच्चों को बेहतर सुविधा और शिक्षा दिलाने में आप भी सहभागी बन सकें। इस संदर्भ में यदि आप कुछ भी जानकारी चाहते हैं तो  कृपया नीचे दिए गए इस ईमेल आईडी में सम्पर्क कर सकते हैं - email- drvermar@gmail.com 

No comments: