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Nov 24, 2012

उदंती.com, नवम्बर - 2012

 वर्ष-3, अंक-3

जो दीपक को अपने पीछे रखते हैं 
वे अपने मार्ग में अपनी ही छाया डालते हैं।
- रवींद्रनाथ ठाकुर

2 comments:

  1. बढ़िया अंक...रचनाएँ पढ़ी| उत्कृष्ट रचनाओं के लिए आभार| बधाई और शुभकामनाएँ!!

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  2. उदंती का इस बार का अंक देखा जो काफी रुचिकर लगा . दोहे , कविता , हाइकू , लघुकथा , व्यंग्य ,कहानियाँ सभी का समावेश करती उदंती पत्रिका अपने आप में बेजोड़ है जिसमे हर पाठक की रूचि का ध्यान गया है और यही पत्रिका की विशेषता है .

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