उदंती.com को आपका सहयोग निरंतर मिल रहा है। कृपया उदंती की रचनाओँ पर अपनी टिप्पणी पोस्ट करके हमें प्रोत्साहित करें। आपकी मौलिक रचनाओं का स्वागत है। धन्यवाद।

Nov 27, 2010

उदंती.com, नवम्बर 2010


उदंती.com,
वर्ष 3, अंक  3, नवम्बर 2010
**************
जो दीपक को अपने पीछे रखते हैं वे अपने मार्ग में अपनी ही छाया डालते हैं।
- रवींद्रनाथ टैगोर
**************

No comments: