- अनकही: शिक्षा का अधिकार -डॉ. रत्ना वर्मा
- श्रद्धांजलि: वर्गीज कुरियन भारत रत्न केअसली.. -प्रेमपाल शर्मा
- प्रेरक कथा:वास्तविक सौंदर्य
- 2 अक्टूबर जयंती: चौराहे पर गाँधी... - प्रेम जनमेजय
- उत्सव: दशहरा राम-रावण का अपराजेयसमर - परिचय दास
- विश्व डाकदिवस: फिलेटली- सभ्यता, संस्कृति... -कृष्ण कुमार यादव
- हाइकु: बिखरे मोती -मुमताज टी.एच.खान
- पर्व-संस्कृति: शक्ति की देवी
- पुरातन: छत्तीसगढ़ तपस्वियों की पावन स्थली -जी.के. अवधिया
- अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस: बुढ़ापा -डॉ. प्रीत अरोड़ा
- बेगम अख्तर: मोहब्बत करने वाले कम नहोंगे... - प्रताप सिंह राठौर
- जन्मशताब्दी वर्ष: मंटो का पहला अफसाना -सआदत हसन मंटो
- कालजयीकहानियाँ: दुर्गा का मन्दिर - मुंशी प्रेमचंद
- लघुकथा:नवजन्मा -रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु’
- व्यंग्य:रावण का बढ़ता कद -रामस्वरूप रावतसरे
- आपके पत्र/मेल बॉक्स
- वनस्पति: सच्चा मोती- साबूदाना -पी. एन. सुब्रमण्यिम
- कविता: इस बार भी स्त्री - श्री देवी
- मुद्दा: दुर्गा पूजक इस देश में-ढूँढ़ते रह जाएँगे -कैलाश शर्मा
Oct 27, 2012
उदंती.com-अक्टूबर 2012
एक बच्चे की जिम्मेदारी आप भी लें
अभिनव प्रयास- माटी समाज सेवी संस्था, जागरुकता अभियान के क्षेत्र में काम करती रही है। इसी कड़ी में गत कई वर्षों से यह संस्था बस्तर के जरुरतमंद बच्चों की शिक्षा के लिए धन एकत्रित करने का अभिनव प्रयास कर रही है। बस्तर कोण्डागाँव जिले के कुम्हारपारा ग्राम में बरसों से आदिवासियों के बीच काम रही 'साथी समाज सेवी संस्था' द्वारा संचालित स्कूल 'साथी राऊंड टेबल गुरूकुल' में ऐसे आदिवासी बच्चों को शिक्षा दी जाती है जिनके माता-पिता उन्हें पढ़ाने में असमर्थ होते हैं। इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ परंपरागत कारीगरी की नि:शुल्क शिक्षा भी दी जाती है। प्रति वर्ष एक बच्चे की शिक्षा में लगभग चार हजार रुपये तक खर्च आता है। शिक्षा सबको मिले इस विचार से सहमत अनेक जागरुक सदस्य पिछले कई सालों से माटी समाज सेवी संस्था के माध्यम से 'साथी राऊंड टेबल गुरूकुल' के बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी लेते आ रहे हैं। प्रसन्नता की बात है कि नये साल से एक और सदस्य हमारे परिवार में शामिल हो गए हैं- रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' नई दिल्ली, नोएडा से। पिछले कई वर्षों से अनुदान देने वाले अन्य सदस्यों के नाम हैं- प्रियंका-गगन सयाल, मेनचेस्टर (यू.के.), डॉ. प्रतिमा-अशोक चंद्राकर रायपुर, सुमन-शिवकुमार परगनिहा, रायपुर, अरुणा-नरेन्द्र तिवारी रायपुर, डॉ. रत्ना वर्मा रायपुर, राजेश चंद्रवंशी, रायपुर (पिता श्री अनुज चंद्रवंशी की स्मृति में), क्षितिज चंद्रवंशी, बैंगलोर (पिता श्री राकेश चंद्रवंशी की स्मृति में)। इस प्रयास में यदि आप भी शामिल होना चाहते हैं तो आपका तहे दिल से स्वागत है। आपके इस अल्प सहयोग से एक बच्चा शिक्षित होकर राष्ट्र की मुख्य धारा में शामिल तो होगा ही साथ ही देश के विकास में भागीदार भी बनेगा। तो आइए देश को शिक्षित बनाने में एक कदम हम भी बढ़ाएँ। सम्पर्क- माटी समाज सेवी संस्था, रायपुर (छ. ग.) 492 004, मोबा. 94255 24044, Email- drvermar@gmail.com
-0-
लेखकों सेः उदंती.com एक सामाजिक- सांस्कृतिक वेब पत्रिका है। पत्रिका में सम- सामयिक लेखों के साथ पर्यावरण, पर्यटन, लोक संस्कृति, ऐतिहासिक- सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े लेखों और साहित्य की विभिन्न विधाओं जैसे कहानी, व्यंग्य, लघुकथाएँ, कविता, गीत, ग़ज़ल, यात्रा, संस्मरण आदि का भी समावेश किया गया है। आपकी मौलिक, अप्रकाशित रचनाओं का स्वागत है। रचनाएँ कृपया Email-udanti.com@gmail.com पर प्रेषित करें।

1 comment:
प्रिय रत्ना जी,
आप बहुत खूबसूरती से एक उत्कृष्ट पत्रिका का संपादन कर रही हैं...मेरी शुभकामनाएँ और बधाई स्वीकारें ।
प्रेम गुप्ता `मानी'
Post a Comment