मासिक पत्रिका वर्ष- 3, अंक- 2, अक्टूबर 2012
कष्ट और विपत्ति मनुष्य को शिक्षा देने वाले श्रेष्ठ गुण
हैं। जो साहस के साथ उनका सामना करते हैं, वे विजयी होते हैं।
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लोकमान्य तिलक
- अनकही: शिक्षा का अधिकार -डॉ. रत्ना वर्मा
- श्रद्धांजलि: वर्गीज कुरियन भारत रत्न केअसली.. -प्रेमपाल शर्मा
- प्रेरक कथा:वास्तविक सौंदर्य
- 2 अक्टूबर जयंती: चौराहे पर गाँधी... - प्रेम जनमेजय
- उत्सव: दशहरा राम-रावण का अपराजेयसमर - परिचय दास
- विश्व डाकदिवस: फिलेटली- सभ्यता, संस्कृति... -कृष्ण कुमार यादव
- हाइकु: बिखरे मोती -मुमताज टी.एच.खान
- पर्व-संस्कृति: शक्ति की देवी
- पुरातन: छत्तीसगढ़ तपस्वियों की पावन स्थली -जी.के. अवधिया
- अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस: बुढ़ापा -डॉ. प्रीत अरोड़ा
- बेगम अख्तर: मोहब्बत करने वाले कम नहोंगे... - प्रताप सिंह राठौर
- जन्मशताब्दी वर्ष: मंटो का पहला अफसाना -सआदत हसन मंटो
- कालजयीकहानियाँ: दुर्गा का मन्दिर - मुंशी प्रेमचंद
- लघुकथा:नवजन्मा -रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु’
- व्यंग्य:रावण का बढ़ता कद -रामस्वरूप रावतसरे
- आपके पत्र/मेल बॉक्स
- वनस्पति: सच्चा मोती- साबूदाना -पी. एन. सुब्रमण्यिम
- कविता: इस बार भी स्त्री - श्री देवी
- मुद्दा: दुर्गा पूजक इस देश में-ढूँढ़ते रह जाएँगे -कैलाश शर्मा
1 comment:
प्रिय रत्ना जी,
आप बहुत खूबसूरती से एक उत्कृष्ट पत्रिका का संपादन कर रही हैं...मेरी शुभकामनाएँ और बधाई स्वीकारें ।
प्रेम गुप्ता `मानी'
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