उदंती.com, नवम्बर- दिसम्बर 2018
क्या घड़ी थी, एक भी चिंता नहीं थी पास आई...
कालिमा तो दूर, छाया भी पलक पर थी न छाई।
- हरिवंश राय बच्चन
जीवन दर्शनः प्रेरणा लें हर एक से -विजय जोशी
क्या घड़ी थी, एक भी चिंता नहीं थी पास आई...
कालिमा तो दूर, छाया भी पलक पर थी न छाई।
- हरिवंश राय बच्चन
जीवन दर्शनः प्रेरणा लें हर एक से -विजय जोशी
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