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Jun 11, 2013

उदंती.com, जून 2013

उदंती.com, जून 2013



प्रकृति अपरिमित ज्ञान का भंडार है, पत्ते-पत्ते में शिक्षापूर्ण पाठ है, परंतु उससे लाभ उठाने के लिए अनुभव आवश्यक है।                                                     - हरिऔध




 अनकही: निदान खोजना ही होगा... - डॉ. रत्ना वर्मा
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