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जीवन में किसी की निंदा मत कीजिए। अगर आप किसी की मदद कर सकते हैं, तो उसकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाइए। अगर आप किसी की मदद नहीं कर सकते तो अपने हाथ जोड़िए, शुभकामनाएँ दीजिए और उन्हें अपने लक्ष्य पर जाने दीजिए। - स्वामी विवेकानंद
2 comments:
वैभव अग्रवाल और आरती स्मित के लेख, प्रियंका गुप्ता का संस्मरण , मन्जूषा मन की कविता और नोटबन्दी पर सम्पादकीय, अनिता मण्डा की लघुकथाएँ महत्त्वपूर्ण रचनाएँ हैं। सबको हार्दिक बधाई!
वैभव अग्रवाल और आरती स्मित के लेख, प्रियंका गुप्ता का संस्मरण , मन्जूषा मन की कविता और नोटबन्दी पर सम्पादकीय, अनिता मण्डा की लघुकथाएँ महत्त्वपूर्ण रचनाएँ हैं। सबको हार्दिक बधाई!
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