उदंती.com- जुलाई- 2013
इस जीवन का प्रथम लक्ष्य है दूसरों की सहायता करना ।
और यदि आप दूसरों की सहायता नहीं कर सकते तो कम से कम उन्हें आहत तो न करें - दलाई लामा
इस जीवन का प्रथम लक्ष्य है दूसरों की सहायता करना ।
और यदि आप दूसरों की सहायता नहीं कर सकते तो कम से कम उन्हें आहत तो न करें - दलाई लामा
अनकही : ये कैसा विकास है ! - डॉ. रत्ना वर्मा
प्राकृतिक आपदा : ...बच गया केदारनाथ मंदिर- डॉ.खड्ग सिंह वल्दिया
2 comments:
बहुत बढ़िया संकलन .....बहुत आभार रत्ना जी मेरे हाइकु यहाँ लिए ....!!
आदरणीया आपकी पत्रिका मे सुमित जी का व्यंग्य काफी अच्छा है ।
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