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Dec 1, 2024

जीवन दर्शनः रोवन एटकिंसन उर्फ़ मिस्टर बीन

  - विजय जोशी 

- पूर्व ग्रुप महाप्रबंधक, भेल, भोपाल (म. प्र.)

ये कह के दिल ने मेरे हौसले बढ़ाए हैं
ग़मों की धूप के आगे खुशी के साए हैं 
- जीवन में हर चीज़ पर हमारा अधिकार नहीं होता। भले ही वह हमारा व्यक्तित्व हो या अन्य कुछ। अपनी नैसर्गिक अच्छाइयों एवं कमियों के साथ हमारा धरती पर आगमन होता है। सफलता की एकमात्र शर्त सिर्फ यही है कि एक ओर जहाँ हम अपनी अच्छाइयों का लाभ उठाएँ, वहीं दूसरी ओर कमियों का साहस के साथ सामना करते हुए विजय प्राप्त करें।
- रोवन एटकिंसन मध्यमवर्गीय परिवार में पैदा हुए थे और बचपन में हकलाने की वजह से उन्हें बहुत तकलीफ़ों का सामना करना पड़ा। स्कूल में भी उनके लुक की वजह से उन्हें चिढ़ाया और मजाक उड़ाया जाता था। सब उन्हें एलियन जैसा समझते थे। जल्द ही उन्हें एक अजनबी के तौर पर पहचाना जाने लगा और वे एक बहुत ही शर्मीले एवं एकाकी बन गए, जिनके ज़्यादा दोस्त नहीं थे; इसलिए उन्होंने विज्ञान की तरफ़ रुख किया।
- उनमें कुछ भी ख़ास नहीं था, लेकिन उन्होंने सभी को गलत साबित कर दिया। फिर ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के बाद उन्हें अभिनय से प्यार होने लगा, लेकिन बोलने की बीमारी के कारण वे असफल रहे। उन्होंने किसी भी टीवी शो में आने से पहले इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने अपने सपने को पूरा करने एक अभिनेता बनने का फैसला किया। एक कॉमेडी ग्रुप में दाखिला लिया, लेकिन उनकी हकलाहट उनके रास्ते में आ गई।
- बहुत से टीवी शो ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया। वह बहुत निराश महसूस करते थे, लेकिन कई अस्वीकृतियों के बावजूद उन्होंने खुद पर विश्वास नहीं छोड़ा। उन्हें लोगों को हँसाने का बहुत शौक था और जानते थे कि वह इसमें बहुत अच्छे हैं। उन्होंने अपने मूल कॉमेडी स्केच पर अधिक ध्यान केंद्रित करना शुरू किया और उन्हें एहसास हुआ कि जब भी वह कोई किरदार निभाते हैं, तो धारा प्रवाह बोल सकते हैं।
- उन्होंने अपनी हकलाहट पर काबू पाने का तरीका ढूँढ लिया और इसका इस्तेमाल अभिनय के लिए प्रेरणा रूप में किया। अपनी पढ़ाई के दौरान रोवन एटकिंसन ने मिस्टर बीन के नाम से जाने जाने वाले अजीब, असली और किरदार का सह-निर्माण किया।
- उन्हें अन्य शो में भी सफलता मिली। जिसने बीन को विश्व स्तर पर प्रसिद्ध बना दिया और अपनी शक्ल और बोलने की बीमारी के कारण आने वाली सभी बाधाओं के बावजूद साबित कर दिया कि बिना किसी हॉलीवुड चेहरे के आप दुनिया के सबसे पसंदीदा अभिनेताओं में से एक बन सकते हैं। 
- यही है रोवन एटकिंसन की सफलता की प्रेरणादायी कहानी, जो यह सीखाती है कि जीवन में सफल होने के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण चीजें हैं जुनून, कड़ी मेहनत, समर्पण और कभी हार न मानना अपनी भावनाओं और कमजोरियों की परवाह किए बिना।
- निष्कर्ष : कोई भी व्यक्ति परिपूर्ण पैदा नहीं होता। डरो मत। लोग अपनी कमजोरियों और असफलताओं के बावजूद हर दिन अद्भुत चीजें हासिल कर सकते हैं। इसलिए जाओ और अपने पास मौजूद जीवन के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ करो।
खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले
खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है

44 comments:

Ananda C said...

Very good article.

Vijendra Singh Bhadauria said...

Very inspiring story.. I never knew about his stammering problem.

So true.. One can achieve anything with faith in himself, hope, and determination.

Vandana Vohra said...

So inspiring. If one has faith in oneself, high self worth then sky is the limit for them

Anonymous said...

जिंदगी जिंदा दिली का नाम है। मुर्दे भी क्या खाक जिया करते हैं। लेके जीने के जज्बे को बनाए रखने में महत्वपूर्ण मार्गदर्शक है। रामगोपाल ठाकुर अविनाश नगर भोपाल

Anonymous said...

Yes sir
Rowan Atkinson created the iconic character Mr. Bean, a mostly silent, slapstick comedy genius loved worldwide. The brilliance of Mr. Bean lies in its universal appeal—without relying on much dialogue, the character’s quirky antics and expressive physical humor connect with audiences across cultures and languages.


Anonymous said...

Very good article,you brought out some unknown facts about Atkin or Mr.Bean.
SN Roy

Hemant Borkar said...

पिताश्री प्रेरणादायक लेख और इस के ऊपर सरल शब्दों में मिस्टर Bean (रोवान Atkinson) के बारे में समझाया।

Anonymous said...

Very nice article Sir.

Anonymous said...

Mukesh Kumar Singh

Atisundar

Dil se Dilo tak said...

जब आप कोई चीज शिद्द्त से चाहते हो और उसके लिए समर्पित होकर मेहनत करो तो कुछ भी असम्भव नहीं 🌹💐 बधाई सर 🙏

Daisy C Bhalla said...

Did not know about Mr Bean’s challenge but I have laughed hours while watching his shows. Just loved the way he smiled n grimaces….. remember my son putting on his show n calling me to watch together ….laughing. Now realising how much he has given to world silently

देवेन्द्र जोशी said...

यह आत्मविश्वास एवं दूसरों आपके बारे में क्या सोचते हैं अथवा बोलते हैं उसको नकार कर अपनी स्वप्रतिभा को मांजने का एक अद्भुत उदाहरण हैl अवश्य ही लोग इससे प्रेरणा लेंगेl सुन्दर आलेखl

Kishore Purswani said...

प्रेरणादायक लेख । अद्भुत सच है- जहाँ चाह वहाँ रहा

Anonymous said...

अत्यंत प्रेरणादायक एवं अनुकरणीय

D C Bhavsar

Dr. K.K.Puranik said...

खुल जायेंगे सभी रास्ते, तू लड़ तो सही।
सब होगा हासिल तू ज़िद पर अड तो सही।

अत्यंत प्रेरणा दायक लेख। मेहनत इतनी करो कि किस्मत बोल उठे कि वाह तुम अपना हक़ ले लो।

Anonymous said...

बहुत सुन्दर कविता दिल को छूलेने बाली शब्दावली
अतयंत प्रेरणादायक लेख हैं।
सर हमेशा मार्गदशन अपने लेख के माध्यम से दते रहते है

Anonymous said...

मार्ग दर्शन अपने लेख के माध्यम से देते रहते है
ऐ पढा जाए
धन्यवाद

Mandwee Singh said...

सादर प्रणाम आदरणीय
आपके इस आलेख को पढ़कर अनेक हतोत्साहित व्यक्तियों को ठोस सहारा मिला होगा ।अनेक भटके राही को गन्तव्य मिला होगा ,अनेक बिखरे मोती माला बने होंगे और अनेक आकुल व्याकुल मन को सुकून मिला होगा ।बहुत प्रेरणादायक आलेख। जय हो।

विजय जोशी said...

आदरणीया
ज़िंदगी ज़िंदादिली का नाम है।।हार्दिक आभार सहित सादर

विजय जोशी said...

हार्दिक आभार मित्र

विजय जोशी said...

प्रिय मित्र डॉ. कृष्णकांत
सही कहा। मेहनत और किस्मत एक दूसरे के समानुपाती अवयव हैं। हार्दिक आभार। सादर

विजय जोशी said...

आदरणीय
हार्दिक आभार सादर

विजय जोशी said...

आदरणीय
हार्दिक आभार सादर

विजय जोशी said...

आदरणीय
सही कहा आपने। जो तपता है, वही गलता है और जो गलता है, वही ढलता है।
हार्दिक आभार सहित सादर

विजय जोशी said...

Dear Ms. Daisy
You are right. Just imagine the determination and hard work behind success.
Thanks and regards

विजय जोशी said...

हार्दिक आभार सस्नेह

विजय जोशी said...

हार्दिक आभार सस्नेह

विजय जोशी said...

हार्दिक आभार सस्नेह

विजय जोशी said...

हार्दिक आभार सस्नेह

विजय जोशी said...

Thanks very very much. Kind regards

विजय जोशी said...

हार्दिक आभार प्रिय राम गोपाल भाई

Anonymous said...

अत्यंत प्रेरणादायी आलेख । सफल व्यक्तियों के जीवन में असम्भव शब्द कोई मायने नहीं रखता। आप ऐसे ही आलेखों के माध्यम से मार्गदर्शन करते हैं।रोचक ढंग से नई-नई जानकारी देते हैं। बात दिल में बैँठ जाती है। हार्दिक बधाई।सुदर्शन रत्नाकर

विजय जोशी said...

आदरणीया
आपकी प्रतिक्रिया की सदैव प्रतीक्षा रहती है ख़ास तौर पर इसलिये कि उससे लेखन की सार्थकता मुहर लग जाती है। आगे के लिये ऊर्जा प्राप्त हो जाती है। हार्दिक आभार सहित सादर

Vijay joshi said...

Dear Daisy
Yes you are absolutely correct. Determination and hard work are definitely prime movers for success in life. Thanks again and again. Regards

विजय जोशी said...

Dear Friend
Thanks very much. Characters like Bean provide us energy to fight successfully against challenges in life. Thanks very much. Regards

Anonymous said...

बहुत ही बढ़िया जानकारी आपने दी।अभी तक मि बेन को एक हास्य कलाकार के रूप में ही देखते थे लेकिन इसके पीछे उनकी कितनी मेहनत लगी ये नहीं मालूम था। सच हे तप कर ही सोना निखरता है। लेख के लिए धन्यवाद।
अशोक कुमार मिश्रा

Anonymous said...

बेन को बीन पड़ें।

विजय जोशी said...

प्रिय अशोक भाई
सही कहा आपने। जो तपता है, वही गलता है और जो गलता है, वही ढलता है।
हार्दिक आभार सहित सादर

विजय जोशी said...

Dear Vandana
So nice of you. Thanks very much and regards

Mukesh Kumar Singh said...

कोई भी व्यक्ति परिपूर्ण पैदा नहीं होता। डरो मत। लोग अपनी कमजोरियों और असफलताओं के बावजूद हर दिन अद्भुत चीजें हासिल कर सकते हैं।

Anonymous said...

🙏🏼

विजय जोशी said...

प्रिय मुकेश
सही कहा है। हार्दिक आभार सहित सस्नेह

विजय जोशी said...

Res. AnandaJi
Thanks very very much. Kindest regards

विजय जोशी said...

Dear Dr. Vijendra
Thanks very much. Regards