जो युवा बिलकुल भी पढ़े लिखे नहीं है और वो किसी क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं तो उन्हें आरोप निर्माण के क्षेत्र में किस्मत आज़माना चाहिए । इसमें शिक्षा और प्रशिक्षण की कोई ज़रूरत नहीं हैं आपको बस बकवास करना आना चाहिए।
यह जो आरोप है यह लगाने के काम आता है । जैसे दीवार पर पोस्टर , गिफ्ट पैकेट में स्टीकर लगाया जाता है, चलिए बात को मैं और स्पष्ट कर देता हूँ जैसे चूना लगाया जाता है, वैसे ही आरोप लगाया जाता है । सियासत की मंडी में बारहों महीना आरोप की अच्छी मांग रहती है ।
आरोप ज़्यादातर नेताओं पर लगाए जाते हैं । असली नेता वही है जो आरोपों से लदा हो । वह नेता भी कोई नेता है जिस पर आज तक कोई आरोप न लगा हो । अगर नेता को दोनों सिरे से पकड़ कर निचोड़ा जाए , तो उसमें से आरोप ही आरोप निकलेंगे । यह बिलकुल शतरंज के खेल की तरह का खेल होता है इसे दो लोग मिल कर खेलते हैं एक वह जो आरोप लगाता है और एक वह जिस पर आरोप लगता है ।
जिस पर आरोप लगाया जाता है वह हमेशा आरोप को नकार देता है और चुनौती देता है कि अगर आरोप सच साबित हो गया तो वह पद से स्तीफा दे देगा । कोई ज़्यादा जोश में आ जाता है तो कहता है राजनीति से सन्यास ले लूँगा । कभी ऐसा भी होता है कि जिस पर आरोप लगता है, वह कोई स्पष्टीकरण तो नहीं देता, उल्टा पलटवार करते हुए कहता है पहले अपना घर संभालों ।
आरोप के उत्पादन में बिक्री की कोई समस्या नही है। इसका बाज़ार बहुत बड़ा है । ज़मीन के जिस जिस हिस्से में नेता बसते हैं वहाँ- वहाँ आरोप की खपत होती है और ज़मीन का ऐसा कोई हिस्सा नही हैं जहाँ नेता न रहते हो । इसके उत्पादन में क्व़ालिटी मेंटेन करने की कोई समस्या नही क्योंकि आरोप जितना घटिया रहेगा वह उतना ही अच्छा माना जाता है ।
आरोप के उत्पादन के साथ- साथ आरोप लगाने की ट्रेनिंग भी देने का काम शुरू किया जा सकता है । पार्टी में कुछ लोगों की नियुक्ति सिर्फ़ आरोप लगाने के लिए ही की जाती है । दिन निकलते ही वो चार विरोधियों पर पहले आरोप लगा देते हैं फिर ब्रश करने जाते हैं । आरोप लगाने में प्रेजेंटेशन का महत्त्व होता है, जो आरोप सही समय, पर सही आदमी पर लगाए जाते हैं। बस वही आरोप, आरोप कहलाते हैं । आरोप लगाने में टाइमिंग का सही इस्तेमाल होना चाहिए। आरोप टाइम बम की तरह होता है, जिसमें उसके फटने का टाइम सेट कर दिया जाता है। बम की तरह आरोप में भी बुद्धि नही होती। ये दूसरे की बुद्धि के अनुसार काम करते हैं ।
हर आरोप एक बयान होता है और हर बयान में एक आरोप मौजूद होता है । आरोप की ज़मीन बहुत बड़ी होती है। नफ़रत, अलगाव, हिंसा, जांच, इस्तीफ़ा सब इसी इलाके में बसे हैं । आरोप के रूप में उपेक्षितों को एक सहारा मिला है ज़िंदगी के लिए ।
जब किसी नेता पर कोई ज़बरदस्त आरोप लगता है तो अन्य नेता तड़प जाते है और मन ही मन सोचते हैं काश यह आरोप मेरे पर लगा होता तो इलेक्ट्रानिक मीडिया, प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया चारो तरफ़ बस मैं ही मैं होता । इस आरोप से मेरे मरुस्थली जीवन में बहार आ सकती थी ।
ऐसा कोई भी नेता, जिसके ऊपर कभी कोई आरोप नही लगा हो, उसे योग्य नेता नही माना जाता । ऐसी साफ़- सुथरी छवि वालों को पार्टी भी महत्त्व नही देती; क्योंकि पार्टी को चाहिए चलता पुर्जा । अतः जब किसी नेता पर बहुत दिनों तक कोई आरोप नही लगता और इससे उसकी छबि धूमिल होने लगती है तो वह पेमेंट देकर अपने ऊपर कोई ऐसा आरोप लगवाता है कि चारों दिशाओं में बस उसी के चर्चे होते हैं ।
बीमार नेता पर जब कोई दवा असर नहीं कर रही थी, तब उनके सचिव ने कहा- अब तो बस आरोप का ही सहारा है । इस समय इन पर कोई गंभीर आरोप लग जाए तो इन्हें नया जीवन मिल सकता है । नेता का आरोप से रिश्ता वही होता है जो रिश्ता प्यासे से पानी का होता है ।
आरोप लगाने में बेहतर प्रबंधन का प्रदर्शन होता है । आरोप कद नापने का यंत्र भी है । अनाड़ी आरोपकर्ता छोटे नेता पर बड़ा आरोप और बड़े नेता पर छोटा आरोप लगा देते हैं यह अच्छा प्रदर्शन नहीं है । इसीलिए मैंने ऊपर प्रशिक्षण की बात कही है ।
यौन शोषण का आरोप .... यह आरोप की दुनिया की कालजयी कृति है । इसे किसी भी उम्र के नेता पर सुगमतापूर्वक लगाया जा सकता है। इसमें करियर तबाह हो जाने की गारंटी है, बस इसमें प्रबंधन ज़बरदस्त होना चाहिए, ताकि जिसकी सहमति थी वही इसे ज़बरदस्ती कहे । आरोप को मुख्यतः दो भागों में बाटा जाता है - चुनाव के पहले के आरोप और चुनाव के बाद के आरोप । मुँह पर लगे आरोप के धब्बों को आँसुओं से धोने की परम्परा नहीं है । कार्यकर्ता, समर्थक, विचारधारा, पार्टी में बदलाव होता रहता है लेकिन तमाशा सियासत के मदारी का खत्म नहीं होता ।
यदि आरोप मैनुफेक्चरिंग कम्पनी स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध हो गई तो बढ़िया रिटर्न की गारंटी दी जा सकेगी। आप तो खुले आम आरोप बनाओ और बेचो व्यंग्यकार के अतिरिक्त कोई और आप का कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
सम्पर्कः निकट मेडी हेल्थ हाँस्पिटल, आमानाका, रायपुर (छत्तीसगढ़) 492010, मो.न. 9826126781
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