उदंती.com को आपका सहयोग निरंतर मिल रहा है। कृपया उदंती की रचनाओँ पर अपनी टिप्पणी पोस्ट करके हमें प्रोत्साहित करें। आपकी मौलिक रचनाओं का स्वागत है। धन्यवाद।

Oct 1, 2023

उदंती.com, अक्टूबर- 2023

वर्ष- 16, अंक- 3

नारियाँ इसलिए अधिकार चाहती हैं कि उनका सदुपयोग

करें और पुरुषों को उनका दुरुपयोग करने से रोकें- प्रेमचंद

इस अंक में

अनकहीः नारी शक्ति का  वंदन... - डॉ. रत्ना वर्मा

पर्व - संस्कृतिः प्रकृति की ऊर्जा का प्रतीक -देवी दुर्गा  - प्रमोद भार्गव

यात्राः 'घुमक्कड़ी' आखिर खुशहाल मिठाई का स्वाद ही तो है - साधना मदान

जीव- जंतुः जी लेने दो - दीपाली ठाकुर

सेहतःआरोग्य की कुंजी है भरपूर हास्य

कृषिः खीरा कुम्हड़ाखरबूजातरबूज... - डॉ. डी. बालसुब्रमण्यनसुशील चंदानी

कविताः घट -स्थापना - डॉ. कविता भट्ट

कहानीः गवाही - राजनारायण बोहरे                         

दो लघु व्यंग्यः 1. दवा2. यस सर  - हरिशंकर परसाई 

व्यंग्यः फाइल महिमा - अश्विनी कुमार दुबे

कविताः मैं नेह -लता हूँ - प्रणति ठाकुर

कालजयी कहानीः उधड़ी हुई कहानियाँ  - अमृता प्रीतम

संस्मरणः  ईनाम पाने की चाह

कविताः मेरा छोटा- सा गाँव  - निर्देश निधि

लोक कथाः तराजू और चील - डॉ.  उपमा शर्मा

प्रेरकः आम्रपाली और भिक्षुक - निशांत

लघुकथाः माँ - ऋता शेखर ‘मधु’

लेखकों की अजब गज़ब दुनियाः खतरनाक और हत्यारे लेखक - सूरज प्रकाश

लघुकथाः दो तितलियाँ और चुप रहने वाला लड़का - प्रबोध गोविल

किताबेंः साँझ हो गई : सुगन्धित भावनाओं की सादगी - डॉ. उषा लाल

जीवन दर्शनः साधारण से असाधारण की यात्रा - विजय जोशी

1 comment:

Ramesh Kumar Soni said...

पुनः एक सशक्त अंक की हार्दिक बधाई। पूरी टीम को शुभकामनाएँ।
निर्देश निधि की और ऐसी कविताओं को अगले अंक में स्थान मिलना चाहिए।
रमेश कुमार सोनी