हजारों साल से कर रहीं हैं पूजा
- डॉ.
शिवजी श्रीवास्तव
हजारों हजार साल से,
औरतें कर रही हैं पूजा/
रख रही हैं व्रत-
पतियों की लम्बी उम्र के लिए
माताएँमना रही हैं मनोतियाँ
कर रही हैं अनुष्ठान-
बेटों की सलामती के लिए,
बहनें कर रही हैं प्रार्थनाएँ-
भाइयों की खुशहाली के लिए।
महान है हमारा देश/
महान है हमारी संस्कॄति.
पर दोस्तो,
किसी को मालूम हो तो बतलाना,
महान संस्कॄति वाले हमारे महान देश में,
बहनों की खुशहाली/माताओं की सलामती-
और पत्नियों की लम्बी उम्र के लिए भी-
किसी व्रत, पूजा, प्रार्थना या अनुष्ठान का
विधान है क्या ?
यदि नहीं,
तो कैसे सुखी और सलामत रहेंगी-
माँ, बहिन
और बेटियाँ।
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