- प्रियंका गुप्ता
प्यारे मामा आओ न,
खेल-खिलौने लाओ न,
छुट्टी हुई है खेलेंगे अब,
पढ़ने को समझाओ न।
नई कहानियाँ सुनाओ न,
हँसी-मजाक में उलझाओ न,
तितली, फूल, और तारों की,
दुनिया हमें दिखाओ न।
चॉकलेट और मिठाई लाओ,
साथ में मिलकर खाओ न,
बाग-बगीचे घूमें हम सब,
झूला हमें झुलाओ न।
गाना-गाना सिखाओ न,
ढोलक पर थिरकाओ न,
खेल-खेल में सीखें हम,
प्यारी बातें बताओ न।
रात को तारे गिनते हैं,
चाँद की बातें करते हैं,
नींद की रानी आएगी,
परियों की कथा सुनाओ न।
मामा, मामा प्यारे मामा,
हमको कभी ना भूलो न,
छुट्टियों में तो मिलते रहना,
सपनों में भी आओ न।
priyanka.gupta.knpr@gmail.com,
www.priyankakedastavez.blogspot.com
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