-रविन्द्र गिन्नौरे
सबसे सुंदर रंग-बिरंगी तितली कौन-सी है! सुन्दर
तितली का चयन विश्व सुंदरी की तर्ज पर हुआ। तितली सुन्दरी प्रतियोगिता में 'ऑरेंज ऑकलीफ' ने बाजी मारी और उसका नाम भारत की
राष्ट्रीय तितली में दर्ज हो गया। छत्तीसगढ़ की तितली ऑरेंज ऑकलीफ को सुन्दरता का
खिताब दिया गया वहीं इन तितलियों का निवास कवर्धा भी चर्चित हो गया।
तितली
सुंदरी ऑरेंज ऑकलीफ-
ऑरेंज ऑकलीफ को
राष्ट्रीय तितली यूं ही नहीं बनाया गया है। एक लंबा इसने सफर तय किया उसके बाद ही
उसका नाम घोषित किया गया। 2020 के दौरान सितंबर अक्टूबर में भारत की 1500 प्रकार
की तितलियों में से सात प्रजातियों को राष्ट्रीय तितली की रेस में शामिल किया गया।
निर्णायकों को अब फैसला करना था कि इन सात तितलियों में सबसे सुंदर कौन है? इसके लिए के लोगों ने ऑनलाइन वोटिंग की। सबसे ज्यादा वोट 'ऑरेंज ऑकलीफ' को मिले। सात अक्टूबर वन्यजीव सप्ताह
समापन पर तितली सुंदरी की घोषणा की गई। इस तरह यह भारत की राष्ट्रीय तितली बन गई।
छत्तीसगढ़ कवर्धा के जंगलों में बसेरा है, इस सुन्दर तितली का। भोरमदेव अभ्यारण के लगभग सात एकड़ इलाके में यह बहुतायत पाई जाती है। इसी के साथ भारत के वेस्टर्न घाट और उत्तर-पूर्व के जंगलों में यह पाई जाती है जहाँ इसे डेडलीफ के नाम से जाना जाता है।
प्रतियोगिता
में शामिल तितलियाँ-
फाइफ बार स्वार्ड टेल 70 से 90 एम एम पंखों वाली तितली जिसके पीछे के पंखों पर एक लंबी सी तलवार जैसी पूंछ इसकी विशेषता है। पंखों के काले सफेद पट्टे पर हरे पीले रंग का सम्मिश्रण इसे सुंदर बनाता है।
कामन नवाब तितली के ऊपरी पंख काले और नीचे के चॉकलेटी रंग के पंखों के बीच एक हल्की हरी पीली सी टोपी जैसी रचना नजर आती है इसलिए इसे नवाब कहा गया है। यह पेड़ों के ऊपरी हिस्सों पर पाई जाती है इसलिए यह बहुत कम दिखाई पड़ती है लेकिन बहुत तेज उड़ती है।
यलो गोरगन तितली के
अनूठे पंख कोण सा बनाते हैं, पंखों की ऊपरी सतह पर गहरा
पीला रंग होता है। यह मध्यम आकार वाली सुंदर तितली है जो पूर्वी हिमालय और
उत्तर-पूर्व के जंगलों में पाई जाती है।
नार्दन जंगल क्वीन
तितली का रंग चॉकलेट ब्राउन होता है और उस पर नीली धारियां इसे और सुंदरता प्रदान
करती है। पंखों पर चॉकलेटी गोल घेरे इसकी विशेष पहचान बताते हैं यह फ्लोरोसेंट कलर
में भी दिखाई देती है। अरुणाचल प्रदेश में यह बहुतायत पाई जाती है।
राष्ट्रीय तितली के
अभियान में बहुत सारी संस्थाएँ सामने आईं। 'राष्ट्रीय
तितली अभियान संघ' ने यह अभियान प्रारंभ किया। तितलियाँ
प्रकृति संरक्षण और महत्त्वपूर्ण जैविक संकेतकों की दूत हैं जो हमारे स्वास्थ्य
पर्यावरण को दर्शाती है। एक राष्ट्रीय तितली होना इसलिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि
यह लोगों में प्रकृति के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करेगा। तितलियों की
प्रजातियाँ पर्यावरण में बदलाव जैसे प्रदूषण के बारे में चेतावनी कैसे देती है यह
हमें समझना चाहिए। मुंबई में जूलॉजी के प्रोफेसर अमोल पटवर्धन कहते हैं, एक बार चुन लेने के बाद यह विशेषताएँ
देश के लिए सांस्कृतिक पारिस्थितिक और संरक्षण महत्त्व को परिभाषित करने
में मदद करेगी और यहाँ तक कि बाद के वर्षों में पर्यटन को भी आकर्षित करेगी। इसी
के साथ छत्तीसगढ़ के भोरमदेव अभ्यारण को नए सिरे से संरक्षित किया जा रहा है जहाँ
राष्ट्रीय तितली ऑरेंज ऑकलीफ बहुतायत पाई जाती है।
email- ravindraginnore58@gmail.com
6 comments:
बहुत ही सुंदर ।प्रकृति से रुबरु करवाने के लिए।
ऑरेंज ऑकलीफ के बारे में सुन्दर लेखन के लिए रविन्द्र गिन्नौरे और उदंती को हार्दिक शुभकामनाएँ ।उदंती के होम पेज पर जो तितली का चित्र है उसकी कहानी पिछले किसी अंक में छप चुकी ?
ग्रेट बहुत सुंदर जानकारी आपने प्रदान की शुभकामनाओं सहित आभार रविन्द्र जी
💐💐💐💐
वाह !
रोचक जानकारी के लिए रविन्द्र जी को धन्यवाद
ज्ञानवर्धक लेख। तितलियों में सुन्दरतम को खोजना कितना कठिन रहा होगा!
बहुत सुंदर हार्दिक बधाई शुभकामनाएं
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