लिपटी यादें - मीनू खरे |
1
लिपटी यादें
तेरे रेनकोट से
भीग गई मैं!
2
यादों के पन्ने
बहुत गीले हुए
इस बारिश।
3
बेटी विदा की
तो याद आई माँ भी
सच्ची जाने क्यों!
4
चाँदनी रात
चाँदनी के पेड़ से
लिपटी यादें।
5
मेरी विदाई
कोछा भर चावल
अँजुरी भर यादें।
6
बड़ी विशेष
पापा कि हर सीख
स्मृतियाँ शेष!
7
आलू-भुजिया
गरम दाल- भात
माँ याद आई।
8
अकेलापन
तेरी यादों के संग
पिकनिक है।
9
अकेलापन
याद आ रही तेरी
आख़िरी बात।
10
छल के रंग
स्मृतियों पर बिखरे
छलके नैन ।
11
तेरी याद ने
श्वेत श्याम सपने
किए रँगीले.
12
याद व दया
जाते -जाते मुझको
वो क्या दे गया!
-0-
केन्द्र प्रमुख, आकाशवाणी
बरेली
meenukhare@gmail. com
2 comments:
3 नंबर वाली हाइकु भावप्रण
बहुत आभार नंदा पाण्डेय जी
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