
ब्रिटेन के फोटोग्राफर ने इस नन्हे सफेद हिरन की अठखेलियों को अपने कैमरे में कैद किया है। इटली के वन अधिकारियों ने इस हिरन को जंगलों से हटाकर सरकारी संरक्षण में रखने का आदेश दिया है। क्योंकि उन्हें डर है कि जंगल में कहीं ये दुर्लभ हिरन शिकारियों का शिकार न बन जाए। उसके साथ उसकी मां को भी सरकारी संरक्षण में रखा जाएगा।
अधिकारियों का कहना है कि वे नहीं चाहते कि इस हिरन का हाल भी हालीवुड की चर्चित फिल्म बांबी के हिरन जैसा हो जिसमें हिरन के छोटे से बच्चे को उसकी मां से जुदा कर दिया गया था, उसके बाद उसकी मां को शिकारियों ने अपना निशाना बना लिया था। स्थानीय पुलिस अधिकारी जिमारिया सोमाविला ने बताया, यह बहुत ही दुर्लभ प्रजाति है। क्योंकि आखिरी बार कई दशकों पहले सफेद हिरन देखा गया था। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस हिरण की सुरक्षा में कोई कमी नहीं की जाएगी।
जरा सोचें

इन सबको जानने और समझने के बाद क्या हम सब अब भी चुपचाप आंख मूंद कर इन पर विश्वास करते चले जाएंगे या कि इनके काले कारनामों को बढ़ावा देने के बजाय इनके विरोध में आवाज उठाएंगे। दुख तो इस बात का है कि आम जनता भेड़ चाल की तरह इनके चमत्कारों के फेर में फंस जाती है और इनकी पूजा करने लगती है। ऐसे अंधविश्वास के पीछे सिर्फ एक ही कारण नजर आता है और वह है अशिक्षा। आइए हम सब मिलकर जरा सोचें ताकि ऐसे बाबाओं को पनपने फूलने का अवसर ही न मिले।
वाह भई वाह

एक दिन भरी दोपहरी में एक बूढ़ा आदमी एक ही किताब बेच रहा था। उसे देख एक लड़का आया और किताब खरीदनी चाही। बूढ़े ने वह किताब लड़के को 3000 ह्जार रुपए में बेच दी और कहा कि किताब का आखरी पेज मत पढऩा वरना तुम्हें बहुत परेशानी होगी।
लड़के ने सारी किताब पढ़ी। उसे किताब बहुत अच्छी लगी लेकिन आखिरी पेज के बारे में वह सोचता रहा। एक हफ्ते बाद जब उससे नहीं रहा गया तो उसने आखिरी पेज खोल ही लिया। उस पर लिखा था- MAXIMUM RETAIL PRICE: Rs.30/-
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