1 ब्रेकिंग न्यूज़
'साहब
ये तो मर चुका है। बुरी तरह जल गई है बॉडी। और कार भी बिल्कुल कोयला हो रखी है। आग
तो भीषण ही लगी होगी। ’कॉन्स्टेबल रामलाल अपने इंस्पैक्टर साहब से हताश सा बोला। बहुत भयानक बदबू
फैली थी माँस जलने की। वो बदबू से बेहोश होने का था। फिर भी बड़ी हिम्मत से उसने
जाँच की।
'अरे
पूछ तो रामलाल आसपास के लोगों से कुछ देखा इन्होंने?’ इंस्पैक्टर
साहब गरज के बोले।
भीड़ में से एक
आदमी बोला। 'सर कुछ क्या सबकुछ देखा। 10 मिनटों में तो पूरी तरह से सब
जल कर राख हो गया। हम पाँचों यहीं थे तब।’
'आप
क्या कर रहें थे पाँचों यहाँ। आपने कोशिश नहीं की आग बुझाने की?’
'सर
हम आग कैसे बुझाते?’
'तो
आप सब खड़े देखते रहे?’
'नही
सर हमनेंवीडियो बनाई है न । अलग अलग ऐंगल से,
ताकि मीडिया दिखा
सके कि ये हुआ कैसे।’
बहुत साल बंद रही
वह एक अंधेरी कोठरी में। फिर शायद प्रभु को दया आ गई। आ पहुँचे कुछ समाजसेवी और
चंद पुलिसकर्मी और बंद करा दिया वह चकला। पर 'वह’
हाँ 'वह’ अब उसका कोई
नाम नहीं बचा। कोई पहचान वाला भी नहीं मिला उसका या किसी ने पहचानना नहीं चाहा ये
तो भगवान जाने। वह खुद कुछ बताने की हालत में नहीं रही थी। मानसिक संतुलन खो चुकी
थी। हमारे देश के दयालु कानून ने उसे एक आशा किरण नाम के मैंटलअसयालम (एक इज्जत
वाला नाम पागलखाने का) में भेज दिया। बहुत सारे कर्मचारी थे वहाँ उसका ध्यान रखने
को।
'वह’
नहाती भी खुले में थी उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था न। और बाकी सब
कर्मचारी बहुत ध्यान से उसे देखते थे ,क्योंकि उनका मानसिक
संतुलन बिल्कुल ठीक था। और एक दिन 'वो’ यूँ ही मर गई।रिपोर्ट में लिखा गया उसका पैर फिसलने से सर फट गया।
'अबे
तूने ये क्या तमाशा लगाया है। हिंदुस्तान मुर्दाबाद, पाकिस्तान
जिंदाबाद?’ राहुल ने यूनिवर्सिटी कैम्पस में भीड़ देख मोहन
से पूछा।
मोहन फुसफुसा के
बोला 'कुछ
नहीं यार तू तो जानता है मुझे राजनीति में जाना है। कई साल से देशभक्ति के नारे
लगा रहा हूँ कोई ध्यान ही नही देता। आज जरा पाकिस्तान जिंदाबाद क्या बोला, तू सामने भीड़ देख। और तो और मीडिया वाले भी जमघट लगाएँ है।‘
'अबे
गधे जेल जाएगा।’
'गधा
होगा तू। इतनी सी बात तेरी समझ नही आ रही जेल जाते ही हीरो बन जाऊँगा। सब अखबारों
में छा जाऊँगा । फिर अपनी बात से पलट जाऊँगा। बेरोजगारी की झुंझलाहट का जामा
पहनाऊँगा और किसी न किसी बड़ी पार्टी का टिकट पा जाऊंगा। अब हट साइड में। टाइम मत
खराब कर।हिंदुस्तान
मुर्दाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद।
No comments:
Post a Comment