पंखे...
टूटू बिजली के सामान की दुकान पर गया और बोला, भाई साहब, दो पंखे दीजिए... एक लेडीज पंखा और एक जेन्ट्स पंखा...
दुकानदार ने हैरान होते हुए कहा, लेकिन पंखों में लेडीज और जेन्ट्स नहीं होते, भाई...
टूटू तपाक से बोला, होते हैं भाई... एक पंखा उषा का दो, और दूसरा बजाज का...
रेलगाड़ी
एक रेलगाड़ी चलते- चलते लहराने लगी और फिर अचानक पटरी से उतरकर पास के खेतों में उतर गई और गांव की सड़क तक पहुंच गई। सारे यात्री डर से घबरा गए और ट्रेन से उतरकर ड्राइवर के पास गए।
लोगों ने पूछा- भैया, रेलगाड़ी एकदम से पटरी से कैसे उतर गई?
रेलगाड़ी के ड्राइवर ने बताया - मैं क्या करता! एक आदमी पटरी पर खड़ा था और मेरे कई बार हॉर्न बजाने के बावजूद वह वहां से नहीं हट रहा था।
लोग चिल्लाए - तुम पागल हो क्या? एक आदमी की जान बचाने के लिए तुमने इतने आदमियों की जान खतरे में डाल दी। तुम्हें तो उस आदमी को कुचल देना चाहिए था।
ड्राइवर - अरे साहब, वही तो मैं करने जा रहा था लेकिन जैसे ही गाड़ी उसके एकदम नजदीक पहुंची वह कम्बख्त पटरी से हटकर खेतों में भागने लगा!
टूटू बिजली के सामान की दुकान पर गया और बोला, भाई साहब, दो पंखे दीजिए... एक लेडीज पंखा और एक जेन्ट्स पंखा...
दुकानदार ने हैरान होते हुए कहा, लेकिन पंखों में लेडीज और जेन्ट्स नहीं होते, भाई...
टूटू तपाक से बोला, होते हैं भाई... एक पंखा उषा का दो, और दूसरा बजाज का...
रेलगाड़ी
एक रेलगाड़ी चलते- चलते लहराने लगी और फिर अचानक पटरी से उतरकर पास के खेतों में उतर गई और गांव की सड़क तक पहुंच गई। सारे यात्री डर से घबरा गए और ट्रेन से उतरकर ड्राइवर के पास गए।
लोगों ने पूछा- भैया, रेलगाड़ी एकदम से पटरी से कैसे उतर गई?
रेलगाड़ी के ड्राइवर ने बताया - मैं क्या करता! एक आदमी पटरी पर खड़ा था और मेरे कई बार हॉर्न बजाने के बावजूद वह वहां से नहीं हट रहा था।
लोग चिल्लाए - तुम पागल हो क्या? एक आदमी की जान बचाने के लिए तुमने इतने आदमियों की जान खतरे में डाल दी। तुम्हें तो उस आदमी को कुचल देना चाहिए था।
ड्राइवर - अरे साहब, वही तो मैं करने जा रहा था लेकिन जैसे ही गाड़ी उसके एकदम नजदीक पहुंची वह कम्बख्त पटरी से हटकर खेतों में भागने लगा!
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