सबसे बुजुर्ग नवविवाहित जोड़ा...
अभी तो मैं जवान हूं...
कहते है प्यार की कोई उम्र नहीं होती इसी बात को साबित किया है हेनरी और वेलरी ने। ब्रिटेन की हेनरी केर की उम्र 97 साल है और वेलरी ब्रेकोवित्ज 87 साल की हैं। इन दोनों की उम्र पर मत जाइए क्योंकि इनके दिल अब भी जवां हैं। जी हां यह जोड़ा ब्रिटेन में शादी करने वालों में सबसे बुजुर्ग नवविवाहित जोड़ा है।
अभी तो मैं जवान हूं...
कहते है प्यार की कोई उम्र नहीं होती इसी बात को साबित किया है हेनरी और वेलरी ने। ब्रिटेन की हेनरी केर की उम्र 97 साल है और वेलरी ब्रेकोवित्ज 87 साल की हैं। इन दोनों की उम्र पर मत जाइए क्योंकि इनके दिल अब भी जवां हैं। जी हां यह जोड़ा ब्रिटेन में शादी करने वालों में सबसे बुजुर्ग नवविवाहित जोड़ा है।
यह दोनों जवान जोड़ा दोनों लंदन में बुज़ुर्गों के लिए बने एक आवासीय परिसर में रहते हैं जहां उनकी पहली मुलाकात हुई थी। हेनरी को वेलरी से पहली नजर में ही प्यार हो गया लेकिन इस प्यार को उन्हें शादी में बदलने के लिए चार साल तक इंतजार करना पड़ा। उत्तरी लंदन के गोल्डर्स ग्रीन में दोनों ने यहूदी रीति- रिवाज से शादी की।
दोनों के बीच प्यार का सिलसिला तब शुरू हुआ जब हेनरी की कविताएं सुनने वालों के दल में वेलेरी शामिल हुईं। दोनों के कुछ साझा दोस्त थे जो दक्षिण अफ्रीका के उनके प्रवास के समय में बने थे। वेलेरी जोहानसबर्ग में पढ़ाती थीं और हेनरी सिनेमा के लिए वहां काम करते थे। हेनरी ने बताया कि वेलेरी से प्यार का इजहार उन्होंने चाय की प्याली की चुस्कियों के दौरान किया था लेकिन शादी के लिए हां करने में वेनेरी ने काफी समय भी लिया। दोनों पहले से शादीशुदा रह चुके हैं। वेलेरी की 70 साल पहले और हेनरी की 60 साल पहले शादी हुई थी। इस समय दोनों के बच्चे अमेरिका में रहते हैं।
यह तो हुई ब्रिटेन की बात पर हमारे देश में भी पिछले दिनों इसी तरह एक शादी हो चुकी है। खुरई सागर मध्यप्रदेश में 76 वर्षीय लल्ली अहिरवार और 65 वर्षीय भागबाई ने अक्षय तृतीया के दिन वैदिक रीति-रिवाज शादी करके यही साबित किया कि प्रेम में उम्र बाधक नहीं होती। इन दोनों के भी पूर्व जीवन साथी की मृत्यु हो चुकी है।
लल्ली और भागबाई की प्रेम कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। भागबाई मजदूरी करती हैं और वह लल्ली के गांव रजवास में काम के सिलसिले में गई थी वहीं दोनों की मुलाकात हुई और फिर मुहब्बत की गाड़ी चल पड़ी। नाति-नातिन वाले ये दोनों बुजुर्ग साथ रहना चाहते थे, मगर उनकी यह इच्छा उनके ही बच्चों को नागवार गुजरी। परिवार का सहयोग न मिलने के कारण दोनों की यह इच्छा पूरी नहीं हो पा रही थी। लेकिन इनका प्यार देखकर कुछ समाजसेवी आगे आए, उन्होंने दोनों बुजुर्गों का घर बसाने का निर्णय लिया और अक्षय तृतीया के दिन उनकी शादी करा दी। दोनों अब शादी के बाद खुश हैं।
दोनों के बीच प्यार का सिलसिला तब शुरू हुआ जब हेनरी की कविताएं सुनने वालों के दल में वेलेरी शामिल हुईं। दोनों के कुछ साझा दोस्त थे जो दक्षिण अफ्रीका के उनके प्रवास के समय में बने थे। वेलेरी जोहानसबर्ग में पढ़ाती थीं और हेनरी सिनेमा के लिए वहां काम करते थे। हेनरी ने बताया कि वेलेरी से प्यार का इजहार उन्होंने चाय की प्याली की चुस्कियों के दौरान किया था लेकिन शादी के लिए हां करने में वेनेरी ने काफी समय भी लिया। दोनों पहले से शादीशुदा रह चुके हैं। वेलेरी की 70 साल पहले और हेनरी की 60 साल पहले शादी हुई थी। इस समय दोनों के बच्चे अमेरिका में रहते हैं।
यह तो हुई ब्रिटेन की बात पर हमारे देश में भी पिछले दिनों इसी तरह एक शादी हो चुकी है। खुरई सागर मध्यप्रदेश में 76 वर्षीय लल्ली अहिरवार और 65 वर्षीय भागबाई ने अक्षय तृतीया के दिन वैदिक रीति-रिवाज शादी करके यही साबित किया कि प्रेम में उम्र बाधक नहीं होती। इन दोनों के भी पूर्व जीवन साथी की मृत्यु हो चुकी है।
लल्ली और भागबाई की प्रेम कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। भागबाई मजदूरी करती हैं और वह लल्ली के गांव रजवास में काम के सिलसिले में गई थी वहीं दोनों की मुलाकात हुई और फिर मुहब्बत की गाड़ी चल पड़ी। नाति-नातिन वाले ये दोनों बुजुर्ग साथ रहना चाहते थे, मगर उनकी यह इच्छा उनके ही बच्चों को नागवार गुजरी। परिवार का सहयोग न मिलने के कारण दोनों की यह इच्छा पूरी नहीं हो पा रही थी। लेकिन इनका प्यार देखकर कुछ समाजसेवी आगे आए, उन्होंने दोनों बुजुर्गों का घर बसाने का निर्णय लिया और अक्षय तृतीया के दिन उनकी शादी करा दी। दोनों अब शादी के बाद खुश हैं।
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