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Mar 21, 2009

रंग -बिरंगी दुनिया

50 साल की बार्बी
दुनियाभर की लड़कियों के जीवन का अभिन्न अंग और उनकी सबसे अच्छी दोस्त बार्बी गुडिय़ा ने 09 मार्च 2009 को अपने जीवन के पचास वर्ष पूरे कर लिए। छोटी उम्र की लड़कियों के जीवन में रंग भरती और उनके सपनों को पूरा करती बार्बी सबकी चहेती है। बार्बी का मुख्य आकर्षण उसकी सुडौल काया, तीखे नैन नक्श, खूबसूरत लंबे बाल एवं उसके आकर्षक कपड़े हैं। इन सभी विशेषताओं ने कई पीढिय़ों से लड़कियों को मोहित
कर रखा है।

कुछ चीजें देश, काल और समय से परे यूनिवर्सल होती हैं, ऐसी ही एक छवि है बार्बी डॉल की जो दुनिया भर की बालिकाओं को पिछले 50 साल से लुभा रही है। जी हां दुनिया की नंबर वन फैशन गुडिया बार्बी ने इस वर्ष 9 मार्च को अपने जीवन के पचास साल पूरे कर लिए। दुनिया भर में लाखों बच्चियों की पसंदीदा गुडिय़ा आज भी बिल्कुल सुन्दर और जवान है। दरअसल अपने इस लम्बे कैरियर में बार्बी लगभग 12 देशों के लोगों और उनकी संस्कृति को अपना चुकी है।

नौ मार्च 1959 को न्यूयार्क में अमेरिकन अन्र्तराष्ट्रीय खिलौना मेले में बार्बी को पहली बार दुनिया के सामने लाया गया था, तब से लेकर अब तक बार्बी और दुनिया के बच्चों के प्यार की कहानी चलती आ रही है। यह एक पहली ऐसी गुडिय़ा है जो युवती के रुप में प्रस्तुत की गई है। और अब 50 साल की हो जाने के बाद भी उतनी ही जवां उतनी ही सुंदर बनी हुई है।

अमेरिका में आज भी 3 से लेकर 10 साल तक की 70 फीसदी बच्चियों के पास बार्बी है। दुनिया में हर सेकेंड तीन बार्बी बिकती है। अब आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि बार्बी दुनिया भर के बच्चों के लिए क्या मायने रखती है।

बार्बी को जन्म देने वाली

बार्बी गुडिय़ा को जन्म देने वाली रुथ हैंडलर थीं। हैंडलर ने इस खूबसूरत गुडिय़ा का नाम अपनी बेटी बारबरा के नाम पर रखा था। बार्बी का जन्म उस वक्त हुआ था जब हैंडलर ने अपनी बेटी को बच्चों के खिलौनों की जगह फैशन मॉडलों के कटआउट के साथ खेलते हुए देखा था। बार्बी के अलावा हैंडलर ने बार्बी के बॉयफ्रेंड केन की रचना के साथ बार्बी की बहन स्किपर और अन्य कई पात्र भी बनाए थे। जिनका नामकरण उन्होंने अपने नाती-पोतों के नामों के आधार पर किया था। बार्बी की यह जन्मदाता हैंडलर ने अपनी आत्मकथा में एक जगह लिखा है कि बार्बी को बनाने के पीछे यह विचार था कि इस गुडिय़ा के माध्यम से हर छोटी बच्ची वह हो सके जिसकी वह कल्पना कर सके। साथ में ही बार्बी यह भी दर्शाती है कि औरतों के पास विकल्प है।

पचासवें साल पर एंजिला का लुक
बार्बी के पचास साल पूरे होने पर जर्मनी के नुरेमबर्ग में 60वें इंटरनेशनल टॉय फेयर में बार्बी को जर्मनी की पहली महिला चांसलर एंजिला मार्केल (54) का लुक दिया है। अब बार्बी डॉल उन्हीं की तरह ब्लॉन्ड बॉब कट हेयर स्टाइल और क्रिस्पी टेलर्ड जैकेट पहने नजर आएगी। मैटल कनाडा ने मशहूर डिजाइनर ब्रैंड्स की मदद से बार्बी थीम पर प्रॉडक्ट लाइंस तैयार की हैं।

विवादों से बढ़ी लोकप्रियता

बार्बी को लेकर जितने भी विवाद हुए वे इसकी लोकप्रियता को ही साबित करते थे। अक्सर यही दलील दी जाती कि बच्चे इसे कॉपी करने की कोशिश करते हैं। 1992 में मैटल कंपनी ने टीन टॉक बार्बी लॉन्च की। इस टॉकिंग बार्बी के कुछ डायलॉग से ही विवाद खड़ा हो गया। बार्बी के बेहद स्लिम फिगर को लेकर भी खूब आलोचनाएं हुईं। पैरंट्स की दलील रही कि उनकी बेटियां कहीं एनरॉक्सिक न हो जाएं।

कुछ मुस्लिम देशों ने इसे पश्चिमी संस्कृति का हमला कहकर इसका बहिष्कार करते हुए बार्बी को मात देने 'फुल्ला', 'सारा' व 'डारा' जैसी दूसरी डॉल लॉन्च की। इनका कहना था कि बार्बी इस्लाम के आदर्श के मुताबिक नहीं है। 2003 में सऊदी अरब में बार्बी डॉल की बिक्री रोक दी गई। प्रतिद्वंद्वी ब्रैट्ज डॉल्स से मिल रही टक्कर के बावजूद बार्बी बाज़ार पर पकड़ बनाए हुए है।

एक सेकेंड में तीन बॉर्बी डॉल की बिक्री

पहली बार बार्बी डॉल ब्लॉन्ड या ब्रूनेट हेयर कट वाली जेब्रा डिजाइन का स्विमसूट पहने थी। तब इसे टीनएज फैशन मॉडल के रूप में प्रचारित किया गया और पहले ही साल में इसकी बिक्री ने 3 लाख 50 हजार बार्बी डॉल का आंकड़ा छू लिया। कुछ समय पहले मैटल कंपनी की ओर से दावा भी किया गया कि दुनिया में हर एक सेकंड में तीन बार्बी डॉल खरीदी जाती हैं। अब तक दुनिया के 150 से भी ज्यादा देशों में करीब एक अरब से ज्यादा बार्बी डॉल बिक चुकी हैं। बीते पचास साल में बार्बी के इस क्रेज को बरकरार रखने के लिए कंपनी ने काफी मेहनत की। बार्बी के फिगर से लेकर उसके चेहरे, आंखों के उभार और बालों के स्टाइल में काफी तब्दीली हो चुकी है। बार्बी को अब तक सौ से ज्यादा कैरियर मिल चुके हैं।

बढ़ती लोकप्रियता के चलते बार्बी के साथ उसकी एसेसरीज, बुक्स, फैशन आइटम और विडियो गेम्स भी बने। बार्बी ऐंड दि डायमंड कैसल नाम से बार्बी पर एनिमेशन फिल्म भी बनाई गई। 1974 में न्यूयॉर्क सिटी के टाइम्स स्क्वेयर के एक हिस्से का नाम एक सप्ताह के लिए बार्बी बोलीवर्ड कर दिया गया था। बार्बी पर लिखे गए नॉवेल्स में बार्बी की कहानी को तरह-तरह से गढ़ा गया है। बॉयफ्रेंड केन के अलावा उसके कई दोस्त और पेट्स हैं। नैशनल रिटेल फेडरेशन की ओर से 2006 में पैरंट्स पर कराए गए सर्वे के मुताबिक बार्बी लड़कियों की पसंदीदा टॉय है।

बार्बी ने दिया जीवन जीने का मकसद

जीवन के सतरंगी सपनों की सैर कराती बार्बी ने कई लड़कियों को जीवन जीने का मकसद दिया है। न्यूयॉर्क की नैन्सी पारसन्स का कहना है कि उसकी बड़ी बहन ने बचपन में बार्बी को नर्स की पोशाक में देखा था, जिसका यह असर हुआ है कि वो स्वयं आज एक नर्स है। इसी प्रकार न जाने कितनी लड़कियां अंतरिक्ष यात्री, आर्मी, डॉक्टर, राष्ट्रपति पद की दावेदार, गोताखोर और न जाने क्या-क्या बनने की ठान चुकी होंगी।
(उदंती फीचर्स)

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