उदंती.com को आपका सहयोग निरंतर मिल रहा है। कृपया उदंती की रचनाओँ पर अपनी टिप्पणी पोस्ट करके हमें प्रोत्साहित करें। आपकी मौलिक रचनाओं का स्वागत है। धन्यवाद।

Mar 1, 2023

बाल कविताः 22 मार्च विश्व जल दिवस- पानी जीवन का आधार

 - डॉ. कमलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

राजू भैया जब बाहर से,

घर में आते हैं।

ठंडा पानी जल्दी दे दो’,

यह चिल्लाते हैं।।

लू से पीड़ित नन्ही चिड़िया,

जब गिर जाती है।

जल में चोंच डुबो दो उसकी,

जीवन पाती है ।।

पानी जीवन का आधार है,

है पते की बात ।

पल- पल हम पानी को चाहें,

चाहे दिन हो रात ।।

कहते हैं चेन्नई हमारा,

जल संकट में है ।

भूगर्भ जल खत्म हो गया,

जन संकट में है ।।

खूब  करो मत दोहन इसका,

मेरे प्यारे राम ।

जीवन अपना तभी सुरक्षित

पूरे होंगे काम ।।

सम्पर्कः रावगंज, कालपी, जालौन, उ.प्र.

1 comment:

शिवजी श्रीवास्तव said...

सहज और सुंदर बालगीत।