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May 28, 2010

उदंती.com, मई 2010

उदंती.com,
वर्ष 2, अंक 10, मई 2010
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संगीत को देवदूतों की भाषा ठीक ही कहा गया है।
- कार्लाइल

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3 comments:

परशुराम said...

सामने जो चिड़िया का दृश्य मानो छत्तीसगढ़ की शान में बैठी हो इसे तो अभ्यारण में छोड़ देना चहिये|

राजेश उत्‍साही said...

हमेशा की तरह यह अंक भी बहुत ही मनभावन बन पड़ा है। मज़े की बात यह भी कि इस बार वेब से पहले छपी हुई प्रति पहले हाथ में आ गई। गौरैया पर जानकारी और उसकी तस्‍वीरे बहुत सुंदर हैं।

Anonymous said...

सुन्दर साज-सज्जा व बेहतर आलेखों के साथ उंदती तो मेरे मन को भा गयी!