कद्दूओं का त्योहारः
हैलोवीन
-वीणा विज

अमेरिका मे तो इसे harvest
-time के
साथ भी जोड़ा जाता है।यहाँ कद्दू बहुतायत में व बड़े- बड़े मिलते हैं, जिन्हें आसानी से काटा भी जा सकता है।सामने की तरफ
इस पर डरावने व बेढंगे से मुँह काटकर, बीच में जलती हुई मोमबत्ती रख देते हैं।जिन्हें पुरानी सदी की याद में रात को
अँधेरे में घर की चौखट पर रखते हैं।इसे Jack-O-lanterns कहते हैं।इस दिन कद्दू के बीज भूनकर खाए जाते हैं।इसके
अलावा कद्दू की ब्रेड, कद्दू की खीर भी बनाई
जाती है।लोग कद्दू के पोस्टर भी घरों के बाहर लगाते हैं।कद्दू के रंग के कपड़े भी
पहनते हैं।जापान और जर्मनी में भी यह अमेरिकन पॉप कल्चर की नकल के फलस्वरूप
लोकप्रिय हो गया है।

अक्टूबर माह के आरंभ होते ही हर शहर के बड़े-बड़े स्टोर्स में ' हैलोवीन' से संबंधित सामान दिखाई देने लगता है। कुछ लोग Haunted House का सामान खरीद कर हमेशा के लिए रख लेते हैं। अधिकतर लोग भूत , पिशाच , अस्थि-पंजरएवं समुद्री डाकू और परियों,जिप्सी
डांसर,फूलों आदि की पोशाकें किराए पर ही लेते हैं।
इनका किराया भी काफी होता है।पर कहते हैं न कि शौक़ की कोई कीमत नहीं होती।सो, बच्चों के शौक की ख़ातिर सब चलता है। फिर स्कूल में ' हैलोवीन परेड' में बच्चा हिस्सा ले रहा है, तो उसे हर बार नए पात्र कीपोशाकचाहिए। आखिर इस परेड
को देखने बच्चों के माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी सभी तो आते हैं।
फिर तरह- तरह की पोशाकें पहनकर विभिन्न रूप बनाए जाते हैं।जैसे-भूत-पिशाच, चुड़ैल, शैतान, अस्थि पंजर आदि।अच्छे
रूप भी होते हैं जैसे-राजकुमारियाँ समुद्री -डाकू, स्पाईडरमैन, सुपरमैन, विदूषक, ख़ानाबदोश, विभिन कहानियों के पात्र
आदि।स्कूलों में बच्चे इन पोशाकों में परेड करके दिखाते हैं।विभिन्न मेले सजते हैं।पोशाक-
पार्टियाँ होती हैं।निषेध-घरों को भूतों के डेरे सा सजाकर- उनमें प्रवेश निषेध होता
है।डर जगाया जाता हैं।

घर के बड़े-बूढ़े भी कोई सिर पर सींग वाला बैंड, कोई जोकर के कपड़े तो कोई खानाबदोश बना होता है। हर घर के बाहर कुछ कद्दू नैन-नक्श
काटकर उस कद्दू में मोमबत्ती जलाकर लालटैन बनाकर रखे जाते हैं।यह सारे कद्दू कुछ दिनों पूर्व
कद्दुओं की मंडी से खरीदे जाते हैं। क्योंकि इस समय कद्दू की फसल बहुतायत में होती
है।ऐसे कद्दुओं को ही Jack - o- Lanterns कहते हैं। इस नाम की भी कहानियाँ
हैं।लेकिन मान्यता यही है कि मरे हुए पूर्वज मौसम की बदलाहट के समय आशीर्वाद देने
धरती पर आते हैं, तो उन्हें रास्ता दिखाया
जाता है!
vij.veena@gmail.com
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