मासिक पत्रिका वर्ष2, अंक 8, अप्रैल 2012विश्व एक महान पुस्तक है जिसमें वे लोग केवल एक ही पृष्ठ पढ़ पाते हैं जो कभी घर से बाहर नहीं निकलते। — आइन्सटीन
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अनकही: भ्रष्टाचार बनाम सदाचार - डॉ. रत्ना वर्मा
बातचीत: जिंदगी को संवारते हाथ - सुजाता साहा
वन्य जीवन: छत्तीसगढ़ में हाथियों को मिलेगी पनाह - संदीप पौराणिक
विश्व पुस्तक दिवस: किताबों को अपनी बेटी की... - सूरज प्रकाश
पिछले दिनों
आइए अपनी विरासत को बचाएं
विश्व विरासत दिवस: अतीत को वर्तमान से ... - राहुल सिंह
विश्व पुस्तक दिवस: क्या पाठकों से दूर हैं किताबें? - पंकज चतुर्वेर्दी
ब्लॉग बुलेटिन से: सोचती हूँ सिर्फ कविता - रश्मि प्रभा
व्यंग्य: लुच्चो की दुनिया - आलोक पुराणिक
हाइकु: लो आई भोर - ज्योत्स्ना शर्मा
कालजयी कहानियाँ: छोटा जादूगर - जयशंकर प्रसाद
आपके पत्र/ मेल बॉक्स / एक पाती 'कहि देबे संदेश' विशेषांक पर
किताबें: फूल की पांखुड़ी पर ...- मयंक अवस्थी
मिसाल: बड़े- बड़े मात खा जाएं
लघुकथाएं: 1. भूख 2. मिट्टी तेल और मेरिट - रवि श्रीवास्तव
कविता: लड़कियां, रेल में बैठी स्त्री - डॉ. मीनाक्षी स्वामी
रंग बिरंगी दुनिया
स्वास्थ्य ही पूंजी है
आवरण चित्र तथा भीतर के पृष्ठों पर प्रकाशित धरोहर से संबंधित सभी चित्रों के छायकार है- राजेश वर्मा। बचपन से फोटोग्राफी के शौकीन राजेश ने मार्डन स्कूल- नई दिल्ली और राजकुमार कॉलेज- रायपुर से स्कूली शिक्षा प्राप्त की है। कक्षा पांचवी में ही उन्होंने फोटोग्राफी को अतिरिक्त विषय के रूप में चुनकर फोटोग्राफी के आरंभिक गुर प्राप्त किए। नागपुर से एम.बीए करने के बाद उन्होंने रायपुर में स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ किया। समय निकालकर वे आज भी अपने फोटोग्राफी के उस शौक को पूरा करते हैं।
उनका मोबाइल नंबर है- 3903344556, तथा ईमेल आईडी है rajraipur2003@gmail.com
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अनकही: भ्रष्टाचार बनाम सदाचार - डॉ. रत्ना वर्मा
बातचीत: जिंदगी को संवारते हाथ - सुजाता साहा
वन्य जीवन: छत्तीसगढ़ में हाथियों को मिलेगी पनाह - संदीप पौराणिक
विश्व पुस्तक दिवस: किताबों को अपनी बेटी की... - सूरज प्रकाश
पिछले दिनों
आइए अपनी विरासत को बचाएं
विश्व विरासत दिवस: अतीत को वर्तमान से ... - राहुल सिंह
विश्व पुस्तक दिवस: क्या पाठकों से दूर हैं किताबें? - पंकज चतुर्वेर्दी
ब्लॉग बुलेटिन से: सोचती हूँ सिर्फ कविता - रश्मि प्रभा
व्यंग्य: लुच्चो की दुनिया - आलोक पुराणिक
हाइकु: लो आई भोर - ज्योत्स्ना शर्मा
कालजयी कहानियाँ: छोटा जादूगर - जयशंकर प्रसाद
आपके पत्र/ मेल बॉक्स / एक पाती 'कहि देबे संदेश' विशेषांक पर
किताबें: फूल की पांखुड़ी पर ...- मयंक अवस्थी
मिसाल: बड़े- बड़े मात खा जाएं
लघुकथाएं: 1. भूख 2. मिट्टी तेल और मेरिट - रवि श्रीवास्तव
कविता: लड़कियां, रेल में बैठी स्त्री - डॉ. मीनाक्षी स्वामी
रंग बिरंगी दुनिया
स्वास्थ्य ही पूंजी है
आवरण चित्र तथा भीतर के पृष्ठों पर प्रकाशित धरोहर से संबंधित सभी चित्रों के छायकार है- राजेश वर्मा। बचपन से फोटोग्राफी के शौकीन राजेश ने मार्डन स्कूल- नई दिल्ली और राजकुमार कॉलेज- रायपुर से स्कूली शिक्षा प्राप्त की है। कक्षा पांचवी में ही उन्होंने फोटोग्राफी को अतिरिक्त विषय के रूप में चुनकर फोटोग्राफी के आरंभिक गुर प्राप्त किए। नागपुर से एम.बीए करने के बाद उन्होंने रायपुर में स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ किया। समय निकालकर वे आज भी अपने फोटोग्राफी के उस शौक को पूरा करते हैं।
उनका मोबाइल नंबर है- 3903344556, तथा ईमेल आईडी है rajraipur2003@gmail.com
1 comment:
मासिक पत्रिका उदन्ती को पढ़ने का आनंद लेते हुए एक निष्ठावान सम्पादन की ऊर्जा को भी नामा करने को जी चाहता है। अचे से अचे ज्ञानवरदक आलेख, कहानियाँ , व कविताओं का भरपूर कलश है उदन्ती
शुभकामनाओं के साथ
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