विज्ञान मानवता के लिए एक खूबसूरत तोहफा है,
हमें इसे बिगाड़ना नहीं चाहिए। विज्ञान से बेहतर कुछ
हो ही नहीं सकता। विज्ञान का उपयोग विकास के लिए
होना चाहिए, विनाश के लिए नहीं। -डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम
इस अंक में
अनकहीः घर से उजाला जा रहा है... - डॉ. रत्ना वर्मा
आलेखः मानस के मोती - रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
आलेखः लंका विजय के बाद राम अयोध्या विमान से आए थे - प्रमोद भार्गव
कविताः कर्म फल -सत्या शर्मा ‘कीर्ति’
आलेखः रसोईघर से टूटा माताओं का नाता - डॉ. महेश परिमल
प्रेरकः एक सीख ऐसी भी - सुरभि डागर
पर्व- संस्कृतिः सृष्टि की ऊर्जा है देवी दुर्गा - प्रमोद भार्गव
धरोहरः छत्तीसगढ़ में है माता कौशल्या का एकमात्र मंदिर
स्वास्थ्यः नारियल के फायदे अनेक - डॉ. डी. बालसुब्रमण्यन
कविताः तीर्थ के साथ आते हैं पिता - मधु बी. जोशी
कहानीः दहेज की रकम - प्रियंका गुप्ता
कविताः सुनो स्त्री! - डॉ. शिप्रा मिश्रा
व्यंग्यः आरोप के कारोबार में संभावनाएँ बहुत है - अखतर अली
दो लघुकथाः 1. फूल, 2. अन्तर - रत्नकुमार साँभरिया
दो लघुकथाः 1. डोरियाँ, 2. मोबाइल है न! - अर्चना राय
कविताः आदर्श स्त्री - मंजूषा मन
किताबेंः सवेदनाओं से साक्षात्कार - अंजु खरबन्दा
जीवन दर्शनः श्री कृष्ण से सीखें : सफलता के सूत्र - विजय जोशी
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