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May 2, 2025

किताबेंः विचित्रता से घिरे मन और बुद्धि

 - रश्मि विभा त्रिपाठी 

 मन विचित्र बुद्धि चरित्र (कहानी-संग्रह): डॉ. सुषमा गुप्ता, पृष्ठ: 208, मूल्य: 209 , संस्करण: 2025,  प्रकाशक: हिंद युग्म, सी- 31, सेक्टर- 20, नोएडा (उ.प्र.)- 201301, आवरण- चित्र: प्रियम गुप्ता

संवेदनशील कथाकार डॉ. सुषमा गुप्ता का कहानी- संग्रह ‘मन विचित्र बुद्धि चरित्र’ विचित्रता से घिरे मन और बुद्धि के निर्णय से बना चरित्र या तो समाज के लिए एक आदर्श बनता है या फिर एक कलंक।  
11 कहानियों से सजा संग्रह ‘मन विचित्र बुद्धि चरित्र’ मास्टर पीस है, जिसमें मन, बुद्धि का मूर्तरूप दिखता है। 
‘मरीचिका की गंध’ स्त्री को लेकर भ्रम में जी रहे एक युवक की कहानी है। प्रमुख पात्र न बरसों पहले गई लड़की की आत्मा तक पहुँच सका और न अपनी मौजूदा प्रेमिका के लिए अपनी आत्मा के तहखानों का दरवाजा खोल पाता है.
तहखाने ‘ताजे गोश्त की हवस में’ बदबूदार हो चुके हैं; इसीलिए अपनी प्रेमिका के आने से पहले वह सबकुछ समेट लेना चाहता है।
कहानी ‘मंत्रविद्ध’ में सपनों और यथार्थ के बीच मानसिक और भावनात्मक प्रवाह में बहता हुआ एक पात्र है। स्वप्न में वह देखता है कि ट्रेन छूटने के बाद एक लड़की मदद के लिहाज से उसे अपने घर ले जाती है। उसकी डायरी उसके हाथ लगती है। डायरी में वह परिष्कृत समाज का चेहरा देखता है और सोचता है कि कहीं वह देह व्यापार से तो नहीं जुड़ी; मगर फिर भी उसकी ओर खिंचता चला जाता है। यह अवचेतन मन की शक्ति है, जो उसे अपनी ओर खींचती है। जीवन के अनुभव और घटनाएँ इसी अवचेतन मन की शक्ति का परिणाम हैं, जिन्हें चेतन मन भोगता है। भावनाएँ कभी किसी से इस तरह जुड़ जाती हैं कि हम अपने आसपास उसकी उपस्थिति महसूस करते हैं। 
‘ख़्वाब की छाल में यथार्थ की कील’ कहानी दिखाती है कि कैसे सत्ताधारी गिद्ध किसी की बुद्धि को लील जाते हैं और कैसे किसी को औजार बनाते हैं अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए। कहानी संदेश देती है कि जब तक समाज में धार्मिक भेदभाव की दीवारें खड़ी करने वाले स्वार्थपरक असंवेदनशील लोग हैं, शांति और मानवता तब तक कायम नहीं हो सकती।
कहानी ‘मिस्टिक स्टे’ एक गम्भीर मुद्दे को उठाती है। सुनसान गलियों से होकर एक जोड़ा हवेली में पहुँचता है, वहाँ पता चलता है कि वह एक होटल है। हवेली देखकर वह वहीं ठहरने का निश्चय करते हैं; हालाँकि होटल रहस्यमय है और किसी भी वेबसाइट पर सूचीबद्ध नहीं है।कहानी सोचने पर मजबूर करती है कि आज के युग में किस तरह हमारी निजता का हनन हो रहा है। ऐसे में हम अपनी सुरक्षा को लेकर कितने सतर्क हैं? 
‘ग्रेवडिगर’ कहानी में वास्तविक प्रेम और धोखे का चित्रण है। कहानी में एक ज़हीन ग्रेवडिगर लड़कियों की क़ब्र खोदता है और जब कोई लड़की मरने लगती, तो उसे कब्र से खींचकर बाहर निकाल लेता और जब जिन्दा होने लगती, तो उस पर कब्र की मिट्टी डाल देता है। प्रेम के नाम पर लड़कियों के जीवन को बर्बाद करने का यह तरीका है कि लड़की न जी सके और न मर सके। प्रेम के नाम पर शारीरिक मानसिक शोषण, धोखा करने वाला ग्रेवडिगर ही है। 
लड़की द्वारा लड़के की अनदेखी करने पर लड़के के अहंकार को चोट लगती है। अपने अहंकार को बचाने के लिए वह दोस्ती का हाथ बढ़ाता है और फिर चोट खाया आदमी क्या कर सकता है, यह बताने की जरूरत नहीं।
कहानी ‘भद्दी हँसी’ जुनून पर आधारित है कि कैसे व्यक्ति का ध्यान लगातार किसी पर रहता है, वह लगातार उसके बारे में सोचता है, जब इंसान पर हावी होने लगता है, तो न केवल उसे बल्कि उसके निजी रिश्तों को भी प्रभावित करता है।
गुब्बारे बेचने वाली दो लड़कियों में से एक पर रोशन लगातार ध्यान देने लगता है, उसकी मदद करने की सोचता है, जबकि वह जानता है कि वह समाज सुधारक नहीं है, रोशनी से वह प्रेम करता है; लेकिन उस लड़की की ओर जाने क्यों भागता है। लड़की की भद्दी हँसी में सामाजिक असमानता, समाज- सेवा, गरीबी और शिक्षा पर एक व्यंग्य है।  
‘दिन के ख़्वाब सुनाएँ किसको!’ प्रेम का अर्थ, परिभाषा, प्रेम के बदलते स्वरूप, प्रेम सम्बन्धों के उतार-चढ़ाव और अलगाव की कहानी है। नायिका अलगाव को अच्छा मानती है। अलगाव वाकई अच्छा ही है अगर साथी में रिश्ते के प्रति सच्ची निष्ठा नहीं।
दूसरों के दुख को अपना समझने वाली ‘उठान हाड़ की लड़की’ की संवेदनशील पात्र शम्पा साबित करती है कि आज के युग में संवेदना का मूल्य समझने वाला शायद विरला ही होगा। उठान हाड़ की लड़की की आत्महत्या से वह दुखी है, जबकि उसके पति को लगता है कि उसे साइकेट्रिस्ट की जरूरत है। कहानी समाज की काली सच्चाई दिखाती है जहाँ पैसों के लिए डोनर प्रक्रिया की आड़ में महिलाओं की देह से खिलवाड़ हो रहा है। 
‘टंच’ सुस्पष्ट स्वप्न (ल्यूसिड ड्रीमिंग) के अनुभव से गुजर रहे एक युवक की एक रोचक कहानी है।
‘मूक चीखें’ समाज का काला सच बताती है कि किस प्रकार एक दसवीं कक्षा के बच्चे को कुछ बिगड़ैल लड़कों ने न सिर्फ शारीरिक, मानसिक रूप से प्रताड़ित किया; बल्कि उसपर यौन हिंसा की। बच्चे ने गहरे अवसाद में आकर आत्महत्या कर ली। विकृत मानसिकता के लड़कों के इस घिनौने कृत्य में उनके माता- पिता और स्कूल प्रबंधन दोनों जिम्मेदार हैं।
‘मनारा’ देशभक्ति, प्रेम और मानवता की कहानी है, जिसका नायक निश्कान बर्लिन के हीरोज डैन जाता है, जहाँ दूसरे विश्व युद्ध में शहीद हुए शहीदों की खून से सनी वर्दी, उनके लिखे ख़त, उनका हर सामान अमानत के तौर पर सहेजा गया है। वहाँ उसे एक बटुआ मिला, जिसपर लियो लिखा था। बटुए में लियो की प्रेमिका मनारा के नाम एक खत था। जाने किस भाव से उसने लियो का बटुआ लिया और मनारा की तलाश में निकल पड़ा, लियो का खत लौटाने के लिए।
संग्रह की हर कहानी के संवाद, भाव, विचार एक दृश्य की तरह पाठक की आँखों के सामने से गुजरते हैं। भाषा में एक लय है, जिसमें पात्रों की भावनाओं की गूँज सुनाई देती है।  
‘मन विचित्र बुद्धि चरित्र’ कहानी- संग्रह साहित्य जगत में अपना एक अलग और विशिष्ट स्थान बनाएगा। ■

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