
क्वीन विक्टोरिया के शासन काल में बनाए गए इस केक की आइसिंग का सफेद हिस्सा अब भूरा हो गया है, और द्वितीय विश्व युद्ध में हुए एक बम धमाके के कारण इस केक में एक बड़ी दरार भी आ गई है। लेकिन कहते हैं कि इसके भीतर का हिस्सा अभी भी नम हैं!
इस केक को तैयार किए जाने के बाद 1964 तक इसे एक बेकरी में रखा गया था। बेकरी बंद हो जाने के बाद केक बनाने वाले बेकर की बेटी ने मरने से पूर्व इस केक को हैंट्स केबेसिंगस्टोक स्थित विलिस म्यूजियम को दे दिया था।
कहानी जो बन गई हकीकत

यह एक अनोखा संयोग ही है कि 20 साल पहले लिखी एक काल्पनिक कहानी हकीकत बन गई। 19 वीं शताब्दी के मशहूर अमेरिकी लेखक एडगर एलेन पो ने द नरेटिव आफ आर्थर गार्डन पिम शीर्षक से एक रोमांचक कहानी लिखी थी। इस कहानी में चार लोग जहाज से कहीं जा रहे होते हैं कि अचानक उनका जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है। वे कई दिनों तक भटकते रहते हैं। उनके पास का खाना खत्म हो जाता है। जब वे भूख से परेशान हो जाते हैं तब वे जहाज के केबिन ब्वाय रिचर्ड पार्कर को ही मार कर उसके मांस से अपनी भूख मिटाने की योजना बनाते हैं।
आश्चर्यजनक बात यह है कि इस किताब के लिखे जाने के कुछ दशकों बाद 1884 में सच में ही एक ऐसी ही घटना घटती है। होता यूं है कि चार लोग एक जहाज में यात्रा कर रहे होते हैं। उनका जहाज भी दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है और वे एक टूटी हुई नाव में कई दिनों तक समुद्र में भटकते रहते हैं। अंत में जब भूख उनसे बर्दास्त नहीं होती तो वे जहाज के केबिन ब्वाय को मार कर खा जाते हैं। चौंका देने वाली बात ये है कि जिस लड़के का वे शिकार करते हैं उसका नाम भी रिचर्ड पार्कर ही था जो उस जहाज का केबिन ब्वाय था।
यह उस जहाज की सच्ची कहानी है जिसे मिगनोटे नाम दिया गया था। इस जहाज को बनाने का मकसद आस्ट्रेलिया के ग्रेट बैरियर रीफ के रहस्य और संसाधनों को खोजना था। जहाज के कैप्टन टॉम डडले थे जबकि उनके दो अन्य साथी एडविन स्टीफेंस और एडमंड ब्रुक्स उनके साथ जा रहे थे। और उनका चौथा सहयात्री था रिचर्ड पार्कर।
शादी के सात वचन
भारतीय परं

कुआलालम्पुर में टैंमबुन गीडच्यू पिछले दिनों जंगल के निकट जहाई कबीले में स्थित अपने घर के पास गिलहरियों का शिकार कर रहा था जब बाघ ने उस पर हमला किया। टैमबुन की 55 वर्षीय पत्नी हैन बीसाऊ ने जब उसकी चीखें सुनी तो वे जल्दी से बाहर आईं। उस समय उनके हाथ में लकड़ी का बड़ा चम्मच ही था। उसने उसे ही बाघ के सिर में घोंप दिया। बस फिर क्या था बाघ वहां से भाग निकला। इसके बाद टैमबुन को जल्दी से अस्पताल ले जाया गया। उसके चेहरे और टांगों पर चोटें आई थीं।
No comments:
Post a Comment