नई संभावनाओं का इको फ्रेंडली शहर
- हर्षा पौराणिक
नया रायपुर छत्तीसगढ़ की वर्तमान और भावी सभी पीढिय़ों के लिए गौरव की
बात है। वर्तमान पीढ़ी यानी हम आने वाली पीढ़ी को बड़े फक्र से बता सकेंगे कि हमने
इस सुंदर राजधानी को ईंट-ईंट बनते देखा है। यहाँ आकर एक बारगी ऐसा लगता है मानो हम
किसी मेट्रो शहर में आ गए हैं। यहाँ की सुंदर इमारतें, फोर लेन और सिक्स लेन सड़कें और आस पास की
हरियाली देख कर मन मुग्ध हो जाता है। यहाँ आधुनिकता और पारम्परिकता का अनोखा संगम
होगा। नया रायपुर इको फ्रेन्डली शहर होगा। यहाँ बेहतर परिवहन व्यवस्था रहेगी। यहाँ
बिजली प्रदाय जल प्रदाय और ड्रेनेज व्यवस्था भूमिगत होगी। नया रायपुर एक प्रमुख
नालेज हब के रूप में उभर कर सामने आएगा।
इस वर्ष राज्योत्सव के अवसर पर 1 नवंबर से नया रायपुर में मंत्रालय और
विभागाध्यक्ष कार्यालय काम करने लगे हैं। राज्योत्सव के ही अवसर पर 2 और 3 नवंबर
को यहाँ अन्तर्राष्ट्रीय निवेशक सम्मेलन (ग्लोबल इन्वेस्टर मीट भी आयोजित किया गया, जिसमें
दुनिया भर के हजारों निवेशक शामिल हुए।
डॉ. रमन सिंह नया रायपुर को छत्तीसगढ़ की नयी पीढ़ी के लिए एक मूल्यवान धरोहर के
रूप में विकसित करना चाहते हैं। उनका कहना है कि नये रायपुर शहर का विकास इस
परिकल्पना के साथ किया जा रहा है कि यह सुव्यवस्थित शहर छत्तीसगढ़ जैसे प्रगतिशील
राज्य का प्रतिबिम्ब हो। इसमें छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक
सुन्दरता की झलक दिखाई देगी। नये रायपुर के निर्माण के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ
शहरों और भारत के चंडीगढ़ नई दिल्ली और गाँधी नगर जैसे नियोजित शहरों का अध्ययन कर
उनकी खूबियों को भी कार्ययोजना में शामिल किया गया है। नया रायपुर एक पर्यावरण
हितैषी शहर होगा। जहाँ नागरिकों को आधुनिक जीवन की सभी जरूरी सुविधाएँ मिलेंगी।
यहाँ रेनवाटर हार्वेस्टिंग तथा सौर ऊर्जा प्रणाली को भी अपनाया जाएगा।
बेहतर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली
नया रायपुर की सभी सड़कें फोर-लेन और सिक्स लेन की होंगी। पूरे शहर
में बिजली की भूमिगत लाइनें होंगी। पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सार्वजनिक
परिवहन सेवाओं का अधिक से अधिक उपयोग किया जाएगा। यह देश का पहला ऐसा नियोजित शहर
होगा जहाँ प्रारंभ से ही सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की सुविधा होगी। इसके लिए राज्य
सरकार विश्व बैंक की सहायता से बस आधारित शहरी परिवहन प्रणाली की कार्य-योजना पर भी
काम कर रही है। यह देश का सर्वश्रेष्ठ नियोजित शहर होगा। राज्य शासन के लगातार
प्रयासों से राज्य को तेरहवें वित्त आयोग से नया रायपुर की विकास परियोजनाओं के
लिए 550 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ है।
नया रायपुर होगा इको फ्रेन्डली शहर
नया रायपुर में 26 प्रतिशत से ज्यादा हरित क्षेत्र होगा। नया रायपुर को इको फ्रेन्डली शहर बनाने के लिए
राज्य शासन जलाशयों के संरक्षण ग्रीन बेल्ट बढ़ाने के लिए सिटी पार्क विकसित करने
और ऊर्जा के गैर परंपरागत स्त्रोतों को बढ़ावा दिया जाएग। नया रायपुर विकास योजना
वर्ष 2031 तीन लेयर में बनायी गयी है। लेयर-एक के अंतर्गत
यहाँ 8013 हेक्टेयर भूमि पर नया रायपुर तीन चरणों में
विकसित किया जा रहा है। प्रथम चरण में 3057
हेक्टेयर भूमि पर एक लाख 50 हजार की जनसंख्या के लिए अधोसंरचना विकसित की जा
रही है। दूसरे चरण में 3734 हेक्टेयर भूमि पर तीन लाख 65 हजार
की आबादी और तीसरे चरण में शेष 1222
हेक्टेयर भूमि पर अधोसंरचना विकास किया जाएगा।
रेलवे सुविधा भी मिलेगी नया रायपुर को
नया रायपुर को रेल लाइन से भी जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री की विशेष पहल
पर रेल मंत्रालय ने रायपुर-धमतरी नेरोगेज लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने की सहमति
प्रदान कर दी है। रेल मंत्रालय ने रायपुर दक्षिण-पश्चिम रेल मार्ग पर स्थित मंदिर
हसौद रेल्वे स्टेशन से नया रायपुर के बीच रेल लाइन बिछाने के लिए 66 करोड़
रुपये दिए हैं। इसका सर्वेक्षण भी शुरू हो गया है। नया रायपुर में रेल्वे स्टेशन
भी बनेगा। लाईन बिछाने के लिए 66 करोड़ रुपये दिए गये हैं। इसका सर्वेक्षण भी
प्रारंभ किया जाएग।
नया रायपुर में कैपिटल काम्पलेक्स प्रमुख आकर्षण का केन्द्र होगा।
मंत्रालय भवन का निर्माण 63 हजार वर्गमीटर के क्षेत्रफल में किया गया है।
यहाँ 37 विभागाध्यक्षों के लिए 66 हजार वर्गमीटर में विभागाध्यक्ष भवन भी
युद्धस्तर पर बनवाया जा रहा है। नवनिर्मित मंत्रालय भवन काम्पलेक्स में 6 तल
(भूतल को मिलाकर) और 5 ब्लॉक हैं। प्रथम तल से चतुर्थ तल तक मंत्रीगणों
हेतु 24 मॉडयूल है। इस ब्लॉक की पॉचवें तल (छठी मंजिल) पर मुख्यमंत्री का
कक्ष एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के बैठने की व्यवस्था है जिसमें प्रमुख सचिव से
लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय के अन्य कर्मचारी एवं अधिकारियों की भी बैठक व्यवस्था
है। इसी तल पर केबिनेट बैठक एवं एक अन्य बैठक कक्ष की भी व्यवस्था है। यह पांचों ब्लॉक्स, लॉबी से आपस में जुड़े हुए है। प्रत्येक लॉबी में
सीढ़ी, लिफ्ट बनाए गए हैं। सचिव ब्लॉक में मुख्य सचिव सहित अन्य सचिवों के
बैठने की व्यवस्था है। इस ब्लॉक के कुल 4 बैठक कक्ष हैं। सभी बैठक कक्षों में वीडिया
काँफ्रेंसिंग की व्यवस्था की गई है। प्रशासकीय ब्लॉक में अन्य
अधिकारियों-कर्मचारियों की बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा एन्सीलरी ए एवं
एन्सीलरी बी ब्लॉक है। एनसिलरी में सारी सर्विसेस जिसमें वातानुकूलन संयंत्र, जनरेटर
सेट, ट्रांसफार्मर के अतिरिक्त संधारण करने वाले अधिकारियों एवं
कर्मचारियों के बैठने की व्यवस्था है। इस ब्लॉक में पोस्ट ऑफिस, बैंक
एवं प्रथम तल पर केंटीन तथा झूलाघर/ डिसपेंसरी/ मनोरंजन कक्ष की व्यवस्था द्वितीय
तल पर की गई है।
नया मंत्रालय रौशन होगा सौर ऊर्जा से
नया मंत्रालय में 1.2
मेगावाट सौर ऊर्जा प्लांट लगाया गया है।
मंत्रालय की दिनभर की विद्युत की आवश्यकता को सौर ऊर्जा से पूरा किया
जावेगा। सिर्फ ए.सी. प्लांट की ऊर्जा का पोषण विद्युत मण्डल द्वारा किया जावेगा।
भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था की गई। वर्षा के पानी को साफ कर उसका
उपयोग फ्लशिंग के लिये किया जावेगा। भवन में अग्नि दुर्घटना को रोकने के लिए विशेष
प्रबंध किए गए है। इसके तहत सभी कक्षों में हाईड्रेंट के साथ स्प्रिंकलर का भी
प्रावधान है जिससे आग लगने या अधिक तापमान बढऩे पर स्प्रिंकलर अपने आप ही चालू हो
जाएगा। मंत्रालय भवन पूर्णतया वातानुकूलित है इसमें ओजोनाइजरस् का उपयोग किया गया
है, जिसके तहत यदि एयर कंडीशन वातावरण में बैक्टिरिया निर्धारित मात्रा से
अधिक बढ़ जाते हैं, तो स्वत: ही ओजोन का रिसाव होने लगेगा, जो
बैक्टीरिया को समाप्त कर देगा। साथ ही अतिरिक्त आक्सीजन का प्रवाह भी होने लगेगा, जिससे
वातानुकूलित वातावरण स्वच्छ रहेगा। नये भवन में पीक लोड के समय में विद्युत बाधित
न हो और उस समय भी बिजली की खपत कम हो इसके लिए भी पूरी व्यवस्था की गई है।
मंत्रालय भवन की हर टेबल पर कम्प्यूटर की व्यवस्था है, जिसे
मुख्य सर्वर तक जोड़ा गया है, जिससे मंत्रालय में ई-ऑफिस (पेपरलेस कार्य प्रणाली)
का संचालन किया जा सकता है।
महानदी के पानी से बुझेगी नया रायपुर की प्यास

नया रायपुर बनेगा नॉलेज हब
नया रायपुर आने वाले सालों में नॉलेज हब के रूप में विकसित होग। यहाँ
हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का कैम्पस शुरू हो गया है और अगले कुछ
ही वर्षों में भारतीय प्रबंध संस्थान (आई.आई.एम.),भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान
(आई.आई.आई.टी.) जैसी तकनीकी शिक्षा संस्थाओं के कैम्पस भी शुरू होने जा रहे हैं।
इसके साथ ही वहाँ मेडिकल कॉलेज इंजीनियरिंग कॉलेज और कला वाणिज्य तथा विज्ञान आदि
से संबंधित कॉलेज शुरू करने का भी प्रस्ताव है। यहाँ सार्वजनिक-निजी सहभागिता के
माध्यम से एक सौ एकड़ में नॉलेज पार्क और इतने ही रकबे में एम्यूजमेंट पार्क भी
बनवाया जाएगा। नया रायपुर में छत्तीसगढ़ निर्माण अकादमी की स्थापना की जाएगी। इस
अकादमी में भवन निर्माण उद्योग से जुड़े विभिन्न कार्यों के लिए स्थानीय लोगों को
तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें कुशल मानव संसाधन के रूप में तैयार किया जाएगा। नया
रायपुर शहर के बीच लगभग 123
हेक्टेयर में केन्द्रीय व्यावसायिक जिला (सेण्ट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट) विकसित
करने की भी योजना प्रस्तावित है।
जंगल सफारी और बॉटनिकल गर्डन बनेगा नया रायपुर में
नया रायपुर में लगभग चार सौ एकड़ क्षेत्रफल में एक जंगल सफारी बनाया जाएगा। इसके अलावा
वहाँ भू-जल संरक्षण की दृष्टि से लगभग 140 एकड़
के रकबे में एक विशाल झील का भी निर्माण कराया जाएगा जो अहमदाबाद (गुजरात) के
काँकरिया झील की तरह दर्शनीय होगी। नया रायपुर में 26.67
प्रतिशत क्षेत्र हरियाली के लिए होगा। इसी कड़ी में जंगल सफारी बनने पर वहाँ
जैव-विविधता के साथ हरियाली भी विकसित होगी। नया रायपुर में एशिया का सबसे बड़ा
बॉटेनिकल गार्डन भी विकसित करने की योजना है।
बेहतर पुनर्वास की व्यवस्था
उल्लेखनीय है कि नया रायपुर देश का पहला ऐसा शहर होगा। जिसे किसी भी
गाँव की आबादी को विस्थापित किए बिना सुव्यवस्थित रूप से बसाया जा रहा है। केवल एक
गाँव राखी को नए स्थान पर विकसित किया गया है और उसे मिलाकर नया रायपुर परियोजना
क्षेत्र के सभी तेरह गाँवों में शहरों की तरह हर प्रकार की बुनियादी सुविधाएँ
विकसित की जा रही हैं। ग्राम राखी के व्यवस्थापन के लिए नया रायपुर परियोजना के
अंतर्गत नया राखी का निर्माण छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के माध्यम से हुआ है। राखी गाँव के बेहतर पुनर्वास के लिए
एन.आर.डी.ए. को राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। परियोजना क्षेत्र के इन सभी
गाँवों में बेरोजगार युवाओं को छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास संस्थान और सी.आई.डी.सी.
नई दिल्ली के सहयोग से विभिन्न विधाओं में स्व-रोजगार प्रशिक्षण भी दिया जा रहा
है। अब तक 700 से अधिक युवाओं को विभिन्न व्यवसायों में
प्रशिक्षित किया जा चुका है। नया रायपुर परियोजना के ग्राम तूता में लगभग 100 एकड़
भूमि में उद्योग विभाग द्वारा नई दिल्ली के प्रगति मैदान की तर्ज पर छत्तीसगढ़
व्यापार केन्द्र की स्थापना की जा रही है। यहाँ उद्योग और व्यापार मेले के आयोजन
के लिए विशाल पेवेलियन निर्मित किये जाएँगे जहाँ दस हजार से अधिक व्यक्तियों के
बैठने की व्यवस्था रहेगी। उद्योग विभाग तथा छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम द्वारा
व्यापार केन्द्र की निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
संपर्क- एफ
-11 शांति नगर सिंचाई कालोनी, रायपुर, मो.
9425209164,
Email- nushanu2002@gmail.com
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