तिनके नहीं मिलेंगे तब
बाल ही काम आएँगे
चिडिय़ा अपना घोंसला बनाने के लिए तिनकों का सहारा लेती है, लेकिन जिस रफ्तार से हम अपनी प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं एक दिन ऐसा न हो कि चिडिय़ों को तिनके का सहारा भी न मिलें। तब हो सकता है उन्हें दूसरी वस्तुओं से उन्हें अपना आशियाना सजाना पड़े। बिल्कुल उसी तरह जिस तरह इन चिडिय़ों ने जोएन के सफेद बालों से अपना घोंसला बनाया।
जाब्रियान विलियम्स ने जब बाल कटाए तो इसका फायदा उनके अलावा उन चिडिय़ों को भी हुआ जिन्हें इसकी बदौलत आशियाना मिल गया। ब्रियान के बाल हर महीने उनकी पत्नी जोएन काटती थी।
जोएन कटे बालों को एक कागज में इकट्ठा कर बगीचे में डाल आती। वहीं अपना घोंसला बना रही कुछ चिडिय़ा तिनके की जगह इन बालों को इस्तेमाल करतीं। 68 वर्षीय सेवानिवृत शिक्षक विलियम्स ने बताया कि एक दिन में मैंने देखा कि गोल्डफिंच, ग्रीनफिंच और राबिन चिडिय़ों ने मेरे सफेद बालों का एकत्रित कर घोंसला बना लिया है तो हैरान रह गया। मेरे बालों का इतना अच्छा इस्तेमाल देखकर मुझे बड़ी खुशी मिली।
बार्नस्टेपल के रहने वाले इस दंपति ने बताया कि सबसे पहले हमने राबिन का घोंसला देखा। लेकिन बाद में पाया कि गोल्डफिंच और ग्रीनफिंच ने भी बालों से अपने घोंसले बना लिए हैं। जोएन ने बताया कि बालों को फेंकते समय मैंने बिल्कुल नहीं सोचा था कि इनका इतना अच्छा इस्तेमाल भी हो सकता है।
उम्र को भूल जाइए...
जैसे- जैसे हमारी उम्र बढऩे लगती है हमारा शरीर भी थकने लगता है। इसके साथ ही कई शारीरिक समस्याएं शुरु हो जाती हैं। लेकिन दक्षिण-पूर्व आस्ट्रेलिया की 83 वर्षीय योग प्रशिक्षक बेट्टी काल्मैन ने तो जैसे उम्र को मात दे दी है। इस उम्र में वह जहां चुस्त दुरुस्थ बनी हुई है वहीं आज भी वह कठिन से कठिन योगासनों को सहजता से कर लेती हैं। उनके चेहरे पर योग की चमक व फिटनेस साफ नजर आती है।
बाल ही काम आएँगे
चिडिय़ा अपना घोंसला बनाने के लिए तिनकों का सहारा लेती है, लेकिन जिस रफ्तार से हम अपनी प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं एक दिन ऐसा न हो कि चिडिय़ों को तिनके का सहारा भी न मिलें। तब हो सकता है उन्हें दूसरी वस्तुओं से उन्हें अपना आशियाना सजाना पड़े। बिल्कुल उसी तरह जिस तरह इन चिडिय़ों ने जोएन के सफेद बालों से अपना घोंसला बनाया।
जाब्रियान विलियम्स ने जब बाल कटाए तो इसका फायदा उनके अलावा उन चिडिय़ों को भी हुआ जिन्हें इसकी बदौलत आशियाना मिल गया। ब्रियान के बाल हर महीने उनकी पत्नी जोएन काटती थी।
जोएन कटे बालों को एक कागज में इकट्ठा कर बगीचे में डाल आती। वहीं अपना घोंसला बना रही कुछ चिडिय़ा तिनके की जगह इन बालों को इस्तेमाल करतीं। 68 वर्षीय सेवानिवृत शिक्षक विलियम्स ने बताया कि एक दिन में मैंने देखा कि गोल्डफिंच, ग्रीनफिंच और राबिन चिडिय़ों ने मेरे सफेद बालों का एकत्रित कर घोंसला बना लिया है तो हैरान रह गया। मेरे बालों का इतना अच्छा इस्तेमाल देखकर मुझे बड़ी खुशी मिली।
बार्नस्टेपल के रहने वाले इस दंपति ने बताया कि सबसे पहले हमने राबिन का घोंसला देखा। लेकिन बाद में पाया कि गोल्डफिंच और ग्रीनफिंच ने भी बालों से अपने घोंसले बना लिए हैं। जोएन ने बताया कि बालों को फेंकते समय मैंने बिल्कुल नहीं सोचा था कि इनका इतना अच्छा इस्तेमाल भी हो सकता है।
उम्र को भूल जाइए...
जैसे- जैसे हमारी उम्र बढऩे लगती है हमारा शरीर भी थकने लगता है। इसके साथ ही कई शारीरिक समस्याएं शुरु हो जाती हैं। लेकिन दक्षिण-पूर्व आस्ट्रेलिया की 83 वर्षीय योग प्रशिक्षक बेट्टी काल्मैन ने तो जैसे उम्र को मात दे दी है। इस उम्र में वह जहां चुस्त दुरुस्थ बनी हुई है वहीं आज भी वह कठिन से कठिन योगासनों को सहजता से कर लेती हैं। उनके चेहरे पर योग की चमक व फिटनेस साफ नजर आती है।
अपनी जिंदगी योग को समर्पित कर चुकी बेट्टी पिछले 40 सालों से लोगों को योग सिखा रही हैं। उनका कहना है योग आपको रबर की तरह लचीला बनाए रखता है। कमलासन हो, शीर्षासन या कठिन योगमुद्रा, बेट्टी के लिए यह सब इतना सहज है जैसे किसी के लिए पैदल चलना। बेट्टी का कहना है कि 50 साल पहले मैं जितना योग कर सकती थी आज उससे ज्यादा कर सकती हूं। यह कभी आपको बूढ़ा नहीं होने देता। उनका कहना है कि आपका शरीर एक अद्भुत उपकरण है। आप इसे जितना चाहे खींच सकते हैं। हर बार आपको बेहतर परिणाम ही मिलेगा।
काल्मैन योग पर तीन किताबें भी लिख चुकी हैं। इन दिनों वह सप्ताह में 11 क्लास लेती हैं। मुस्कुराते हुए वह इतना जरूर कहती हैं कि योग कर रहे हैं तो उम्र को भूल जाइए।
काल्मैन योग पर तीन किताबें भी लिख चुकी हैं। इन दिनों वह सप्ताह में 11 क्लास लेती हैं। मुस्कुराते हुए वह इतना जरूर कहती हैं कि योग कर रहे हैं तो उम्र को भूल जाइए।
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