उदंती.com को आपका सहयोग निरंतर मिल रहा है। कृपया उदंती की रचनाओँ पर अपनी टिप्पणी पोस्ट करके हमें प्रोत्साहित करें। आपकी मौलिक रचनाओं का स्वागत है। धन्यवाद।

Jan 1, 2022

दोहे: साल नया गुलजार हो

- डॉ. उपमा शर्मा

1.

नए वर्ष में लें सभी, मिलकर यह संकल्प।

लगन और परिश्रम का, दूजा नहीं विकल्प।

2.

मिटे कष्ट का कोहरा, खुशियाँ मिले सहर्ष

सौगातों की धूप से , भाये फिर नववर्ष।

3.

साल नया गुलजार हो, मिले सभी को प्यार।

मुख पर हो मुस्कान ही, कभी न मानो हार।

4.

आते- जाते हैं बरस, भूलो बीती बात।

नए वर्ष का आगमन, मिलें नई सौगात।

5.

जाने वाला साल भी, बाँट गया है प्यार।

आने वाले साल में, खुशियाँ मिलें अपार।

6.

नया वर्ष भाये तभी, कृपा करें करतार।

कोरोना की अब प्रभु , पड़े नहीं फिर मार।

7.

खट्टी- मीठी याद का, वर्ष गया यह बीत।

नए साल में बस बने, जीवन सुंदर गीत।

8.

अभिनन्दन नव वर्ष का, नया करो आगाज।

छूटे कोई भी नहीं, पूरे हों सब काज।

9.

नए वर्ष का आगमन, मिले खुशी भर थाल।

ऋद्धि-सिद्धि सुख संपदा, मंगलमय हो साल।

10.

नए साल में हर दिशा, छाया है उल्लास।

दुख की कभी न धूप हो, हर पल मिले उजास।

No comments: