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May 10, 2016

कड़वी सच्चाई

             कड़वी सच्चाई  

                          - विजय जोशी

- तुम स्वयं मृत्यु के मुख पर चरण धरो रे
- जीना है तो मृत्यु से नहीं डरो रे
पैर की मोच
और
छोटी सोच,
हमें आगे बढऩे नहीं देती।
टूटी कलम
और
औरों से जलन,
खुद का भाग्य लिखने नहीं देती।
काम का आलस
और
पैसों का लालच,
हमें महान बनने नहीं देता।
अपना मजहब ऊँचा और
गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान बनने नहीं देती।
इंसान दुनिया में तीन चीज़ों के लिए मेहनत करता है
1-मेरा नाम ऊँचा हो।
2 -मेरा लिबास अच्छा हो।
3-मेरा मकान खूबसूरत हो।
लेकिन इंसान के मरते ही भगवान उसकी तीनों चीज़ें
सबसे पहले बदल देता है।
1- नाम = (स्वर्गीय )
2- लिबास = (कफन )
3- मकान = (श्मशान )
जीवन की कड़वी सच्चाई जिसे हम समझना नहीं चाहते।                      
सम्पर्क: 8/ सेक्टर-2, शांति निकेतन (चेतक सेतु के पास) भोपाल- 462023, मो. 09826042641, Email- v.joshi415@gmail.com 

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