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Sep 26, 2013

चम्पा चटकी

चम्पा चटकी

-शशि पुरवार

चम्पा चटकी
इधर डाल पर
महक उठी अँगनाई।

उषाकाल नित
धूप तिहारे
चम्पा को सहलाए ।

पवन फागुनी
लोरी गाकर
फिर ले रही बलाएँ।

निंदिया आई
अखियों में और
सपने भरें लुनाई।

श्वेत चाँद-सी
पुष्पित चम्पा
कल्पवृक्ष-सी लागे।

शैशव चलता
ठुमक-ठुमक कर
दिन तितली- से भागे।


नेह- अरक में
डूबी पैंजन
बजे खूब शहनाई।




सम्पर्क:  4, 2/1 सरकारी निवास सागर पार्क के सामने ,  कोजी कॉटेज के बाजू में महाबल रोड , जलगाँव (महाराष्ट्र) 425001 मो. 09420519803

2 comments:

ऋता शेखर 'मधु' said...

बेहतरीन...बधाई शशि जी !!

Unknown said...

बहुत सुन्दर! शशि जी को हार्दिक बधाई!