प्रकृति की लीला...
पिछले माह अमरीका के केलिफोर्निया में एक 33 वर्षीय स्त्री ने एक साथ आठ बच्चों को जन्म देकर सबको चमत्कृत कर दिया। छह लडक़े और दो लड़कियां में से सभी बच्चे स्वस्थ हैं। इन बच्चों का वजन आधा किलो से लेकर डेढ़ किलो तक है। 46 डॉक्टरों की मदद से बच्चों को सीजेरियन ऑपरेशन करके निर्धारित समय से 9 सप्ताह पहले ही जन्म दिलवाना पड़ा क्योंकि आठ बच्चों के गर्भ में होने से मां का पेट इतना बड़ा हो गया था कि उसका जीवन ही संकट में पड़ गया था।
14 बच्चों की यह मां जरुर कोई जीवट महिला होगी जिसने एक साथ आठ बच्चों को अपने गर्भ में पालने का साहस किया। मीडिया जगत इस मां के बारे में अधिक से अधिक जानकारी इकठ्ठा करने में लगी रही और अंतत: उसने यह जानकारी हासिल कर ली कि नादिया सुलेमान नाम की इस महिला ने अपने एक दोस्त के शुक्राणुओं की मदद फर्टिलिटी ट्रीटमेंट से गर्भधारण किया था। इस तकनीक से मल्टीपल प्रेगनेन्सी की बहुत अधिक संभावना रहती है। गर्भकाल के दौरान ही महिला को सोनोग्राफी तथा अन्य मेडिकल जांच से आठ भ्रूण होने का पता चल गया था। लेकिन उसने सभी बच्चों को जन्म देने का निर्णय कर लिया। यद्यपि मीडिया की बहुत कोशिश के बाद भी उसने बच्चो के पिता के बारे में कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिया। उसने अपने इन आठ बच्चों के नाम रखे हैं- नोआह एंजल, सिस्टर मालियाह एंजल, इसियाह एंजल, नारियाल एंजल, जेरेमियाह एंजल, जोसियाह एंजल और मेकेय एंजल।
आश्चर्य तो यह है कि इस महिला के पहले से ही आठ साल के कम उम्र के छह: बच्चे और हैं उनमें से दो जुड़वा हैं। अब अपने 14 बच्चों को पालने के लिए नादिया ने इंटरनेट में लोगों से सहयोग की अपील की है। नाडिया अपने माता- पिता के साथ ही रहती है।
अमरीका में आठ बच्चे एक साथ पैदा होने की यह दूसरी घटना है। 10 वर्ष पहले भी अमरीका के टेक्सास राज्य में एक स्त्री ने आठ बच्चों को जन्म दिया था, जिनमें से एक बच्चे की मृत्यु हो गई थी, बाकी सात बच्चे अब 10 वर्ष के हो गए हैं। इससे पहले 1971 में आस्ट्रिया में एक और महिला ने 9 बच्चों को जन्म दिया था। जानकारी के अनुसार उनमें से संभवत: एक-दो ही जीवित बच पाए थे। प्रकृति की लीला अपरमपार है।
नानस्टाप हंसी...
शू पिंगुई 8 माह की थी तब से यह सिलसिला जारी है। दो साल की उम्र के बाद से उसने बोलना बंद कर दिया और लगातार हंसती रहती है। बेटी के कितने ही इलाज के बाद भी यह बीमारी ठीक नहीं हो रही है। शू के पिता वीमिंग कहते हैं कि उसे हंसता देख कर हम दोनों को बहुत दुख होता है। वहीं चांगकिंग मेडिकल कालेज के डाक्टर, शू के दिमाग की स्कैनिंग करने की सोच रहे हैं ताकि उसके लगातार हंसने के कारणों का ठीक-ठीक पता लगाया जा सके। कितनी अजीब बात है शू के लिए उसकी हंसी ही श्राप बन गई है।
वह चार साल तक पलंग के नीचे छुपा रहा
डांट या मार से बचने के लिए प्राय: बच्चे मां के आंचल के पीछे छिप जाते हैं लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि पुलिस से बचने के लिए रोमानिया के एक चोर पेट्रू सुसानू चार साल तक मां के पलंग के नीचे छिपा रहा।
व्लादेनी स्थित पैतृक घर में सुसानू ने बिस्तर के नीचे छिपे रहने की शानदार व्यवस्था बना रखी थी। किसी को पता न चले इसलिए वह खुद को फर्श के नीचे बने लकड़ी के बक्से में छिप कर रहता था। पता न चले इसलिए उसने उस जगह को एक गलीचे से ढक रखा था। लेकिन चार साल चकमा देने के बाद पड़ोसियों व एक दुकानदार के जरिए पुलिस ने उसे पकड़ ही लिया। दरअसल पड़ोसियों ने पेट्रू की मां को दुकान से सिगरेट व बीयर लाते देखा जबकि वह न तो सिगरेट पीती है न शराब। दुकानदार को शक तब हुआ जब सुसानू की मां रोज उसी ब्रांड की सिगरेट दुकान से लेकर जाती थी, जिस ब्रांड की सिगरेट उसके दुकान से हमेशा चोरी होती थी।
सुसानू की 2005 में की गई चोरी के आरोप में पुलिस को तलाश थी। फिलहाल जेल में वह चार साल की सजा काट रहा है। सुसानू के लिए पलंग के नीचे चार साल तक छिपे रहने की बजाय बाहर आकर जेल की सजा काटना शायद ज्यादा आसान होगा।
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