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Jun 5, 2010

तीन भाई

सोनीजी ने लंदन के एक बार में प्रवेश किया और एक साथ तीन बियर का आर्डर दिया। बियर आने के बाद उन्होंने तीनों में से बारी- बारी एक एक घूंट ले ले कर बियर खत्म की, फिर बैरे को बुलाया और तीन बियर फिर से आर्डर की।
बैरा जो यह देख रहा था, बोला - साहब, अपने बार में काफी स्टॉक है बियर का, आप एक-एक कर के ही आर्डर करो, और बियर का आनन्द लो।
सोनीजी बोले- अरे नहीं, दरअसल, हम तीन भाई हैं, एक कनाडा में है, एक दुबई में है, और मैं यहां लंदन में हूं। जब हम साथ रहते थे तो हम लोग बार में जाकर इकठ्ठे ही बियर पिया करते थे। और जब हम अपनी अपनी नौकरी धंधे की वजह से बाहर निकले तो हमने आपस में यह वादा किया कि हम जहां भी रहेंगे, इसी तरह अपने पुराने दिनों को याद करके बियर पिया करेंगे।
सोनीजी उस बार में नियमित रुप से आने लगे और उसी तरह, हर बार तीन बियर आर्डर करते, एक- एक करके तीनों खत्म करते और चले जाते।
लगभग एक साल बाद, सोनीजी बार में आये, मगर इस बार उन्होंने सिर्फ 2 ही बियर आर्डर की। यह देख कर बार के सभी नियमित ग्राहक और बैरे चकित रह गये, और किसी अनिष्ट की आशंका करते हुये शांत हो गये। थोड़ी देर बाद एक बैरा आया और बोला- साहब, मैं आपके गम को और बढ़ाना नहीं चाहता मगर, हमारी पुरी सहानुभूति आपके साथ है।
सोनीजी ने थोड़ा चकित होते हुये बैरे को घूरा फिर जोर से हंस पड़े - हो हो हो...!! अरे नहीं जी। मेरे सभी भाई बिल्कुल सही सलामत हैं। बात बस इतनी सी है कि, कल ही से ... मैंने बियर छोड़ दी है।.....

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