खुद को खुश करने का सबसे अच्छा तरीका है किसी और को खुश करने का प्रयास करना। – मार्क ट्वेन
अनकहीः विमान यात्रा ... हम कितने सुरक्षित हैं – डॉ. रत्ना वर्मा
पर्व- संस्कृतिः श्रावण मास और शिव की महिमा - प्रमोद भार्गव
प्रकृतिः दक्षिण भारत में भी है फूलों की घाटी - डॉ. ओ. पी. जोशी
चिंतनः बंद आँख से देख तमाशा दुनिया का... - डॉ. महेश परिमल
मिसालः आधुनिक रायगढ़ के शिल्पी दानवीर सेठ किरोड़ीमल - बसन्त राघव
जीवन दर्शनः ज़ोहनेरिज़्म : एक कुख्यात अवधारणा - विजय जोशी
प्रेरकः जीवन का सौंदर्य - डॉ. पीयूष गोयल
कविताः अधूरे सत्य की पूर्णता - अनीता सैनी
निबंधः हिम्मत और ज़िन्दगी - रामधारी सिंह ‘दिनकर’
कहानीः औरत खेत नहीं - डॉ. परदेशीराम वर्मा
दो लघुकथाएँः 1. उसके मरने के बाद, 2. फुलस्टॉप - सन्तोष सुपेकर
किताबेंः ‘तुम हो मुझमें’ नवगीतों की आत्मीय यात्रा - पूनम चौधरी
व्यंग्यः युद्ध और बुद्ध के बीच ट्रेड युद्ध की तीसरी टाँग - बी. एल. आच्छा
संस्मरणः एक भिखारी की कथा - श्यामल बिहारी महतो
उदंती का जुलाई 2025 अंक विविध विषयों से समृद्ध और साहित्यिक गुणवत्ता से परिपूर्ण है। हर रचना में विचार और संवेदना की गहराई है। यह मंच निरंतर उत्कृष्ट लेखन को प्रोत्साहित कर रहा है। डॉ. रत्ना वर्मा के संपादन में यह पत्रिका साहित्य प्रेमियों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गई है
ReplyDeleteएक विशिष्ट साहित्यिक पत्रिका पुनः नये अंक के साथ प्रकाशित हुई-सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteसराहनीय संकलन।
ReplyDeleteसभी को बधाई।
स्थान देने हेतु हार्दिक धन्यवाद।
सादर
पूर्व अंकों की भांति यह अंक भी साहित्यिक गरिमा से परिपूर्ण है।अंक में एक से बढ़कर एक रचना शोभायमान। बधाई
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