tag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post7353674973082722135..comments2024-03-17T09:36:41.468+05:30Comments on उदंती.com: काव्यः तस्वीर जूते नहीं उतारती udanti.comhttp://www.blogger.com/profile/16786341756206517615noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-70322822369624422502021-04-16T17:37:56.212+05:302021-04-16T17:37:56.212+05:30सुंदर भावपूर्ण कविता। बधाई सुंदर भावपूर्ण कविता। बधाई Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-63414840089591950102021-04-12T15:58:57.494+05:302021-04-12T15:58:57.494+05:30बहुत सुंदर,,,,, ये चित्रण यथार्थ सा लगता है क्योंक...बहुत सुंदर,,,,, ये चित्रण यथार्थ सा लगता है क्योंकि उत्तराखंड में ऐसे चरितों की बहुतायत हुआ भी करती थी ,,,,, Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17481866150311451184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-83825433501777668782021-04-12T15:51:11.398+05:302021-04-12T15:51:11.398+05:30गहन भाव बोध की सशक्त कविता,व्यक्ति के न होने से ही...गहन भाव बोध की सशक्त कविता,व्यक्ति के न होने से ही सारी चीजों के अर्थ बदल जाते हैं।संवेदना को बहुत गहराई तक झंकृत करती सशक्त रचना के लिये कविता जी की जितनी प्रशंसा की जाए कम है।शिवजी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/11658195805454614870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-60589879800179312262021-04-12T15:04:51.356+05:302021-04-12T15:04:51.356+05:30गहन अनुभूति ।भावों से परिपूरित । व्यक्ति के संसार ...गहन अनुभूति ।भावों से परिपूरित । व्यक्ति के संसार से जाने के बाद की मनःस्थिति अवसाद से भर देती है। उत्कृष्ट कविता के लिए कविता भट्ट जी को बधाईसहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-5784939277669766812021-04-12T14:04:46.684+05:302021-04-12T14:04:46.684+05:30जब तक जीवन है शिकायतें हैं।
सुंदर कविता।जब तक जीवन है शिकायतें हैं।<br />सुंदर कविता।Anita Mandahttps://www.blogger.com/profile/03558205535588084045noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-69086338969271980052021-04-11T19:23:09.429+05:302021-04-11T19:23:09.429+05:30वाह!!लाजबाब।
गहरी संवेदना।वाह!!लाजबाब।<br />गहरी संवेदना।भावसुधा नन्दन राणा "नवल"https://www.blogger.com/profile/18107853021896700784noreply@blogger.com