tag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post2371110039583364241..comments2024-03-19T18:52:57.849+05:30Comments on उदंती.com: अनकहीः ख़ुशी का ख़ज़ानाudanti.comhttp://www.blogger.com/profile/16786341756206517615noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-84544481700749937022022-02-02T13:29:07.845+05:302022-02-02T13:29:07.845+05:30बहुत ही प्रेरक आलेख ।हमे सोच ने के लिए विवश करता ह...बहुत ही प्रेरक आलेख ।हमे सोच ने के लिए विवश करता है ।रत्ना जी को बहुत बहुत बधाई। स्मृति शुक्लAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/08985517446763282495noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-81524036350429683382022-01-07T09:26:39.377+05:302022-01-07T09:26:39.377+05:30आपका बहुत बहुत धन्यवाद🙏😊आपका बहुत बहुत धन्यवाद🙏😊रत्ना वर्माhttps://www.blogger.com/profile/08634455280458680025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-16109165538679359562022-01-07T09:25:43.134+05:302022-01-07T09:25:43.134+05:30आप सुधी जनों के प्रेरणादायक विचारों से सकारत्मक बद...आप सुधी जनों के प्रेरणादायक विचारों से सकारत्मक बदलाव की आशा जगती है सादर धन्यवाद रत्ना वर्माhttps://www.blogger.com/profile/08634455280458680025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-7060972376881430802022-01-07T09:20:16.117+05:302022-01-07T09:20:16.117+05:30शुक्रिया बहुत बहुत आभार 🙏😊शुक्रिया बहुत बहुत आभार 🙏😊रत्ना वर्माhttps://www.blogger.com/profile/08634455280458680025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-73048324441531467752022-01-07T09:19:29.413+05:302022-01-07T09:19:29.413+05:30साल दर साल आप स्नेहीजनों से मिलते प्रोत्साहन और सह...साल दर साल आप स्नेहीजनों से मिलते प्रोत्साहन और सहयोग के लिए हार्दिक आभार 🙏😊रत्ना वर्माhttps://www.blogger.com/profile/08634455280458680025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-87171554031996685352022-01-07T09:16:53.766+05:302022-01-07T09:16:53.766+05:30धन्यवाद 🌹धन्यवाद 🌹रत्ना वर्माhttps://www.blogger.com/profile/08634455280458680025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-47068235736611633992022-01-07T09:16:01.824+05:302022-01-07T09:16:01.824+05:30शुक्रिया हार्दिक आभार 🙏😊शुक्रिया हार्दिक आभार 🙏😊रत्ना वर्माhttps://www.blogger.com/profile/08634455280458680025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-72546068630502394822022-01-05T12:23:15.791+05:302022-01-05T12:23:15.791+05:30रत्ना जी का सुंदर और प्रेरक आलेख,बधाई रत्ना जी।रत्ना जी का सुंदर और प्रेरक आलेख,बधाई रत्ना जी।http://bal-kishor.blogspot.com/https://www.blogger.com/profile/11252918558633202477noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-26916939500022266352022-01-03T11:34:04.525+05:302022-01-03T11:34:04.525+05:30आज के परिप्रेक्ष्य में सम्यक चिंतन...ईशावास्योपनिष...आज के परिप्रेक्ष्य में सम्यक चिंतन...ईशावास्योपनिषद में भी कहा गया है-'तेन त्यक्तेन भुंजीथा...'त्याग की भावना से ही भोग करना चाहिए,पर लोगों की तृष्णा कम नहीं होती।एक प्रश्न यह भी है कि इतना धन किस रास्ते से आ जाता है,निःसन्देह यह व्यवस्था का दोष है,प्रश्न और भी हैं जिन पर विचार आवश्यक है।समीचीन लेख हेतु बधाई।शिवजी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/11658195805454614870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-58173541259414541622022-01-03T10:07:52.648+05:302022-01-03T10:07:52.648+05:30अति महत्वपूर्ण आलेख... एक प्रेरणात्मक विचार... किं...अति महत्वपूर्ण आलेख... एक प्रेरणात्मक विचार... किंतु लोग यदि इन विचारों को अपने जीवन स्थान देते तो यह समाज यह जगत शांतिपूर्ण वातावरण में साँस लेता.... मैं आपसे सहमत हूँ आदरणीया 🌹🙏Anima Dashttps://www.blogger.com/profile/05660706864840814230noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-16571616497482598902022-01-03T06:47:14.161+05:302022-01-03T06:47:14.161+05:30अटल सत्य कहा आपने। यही तो यक्ष से कहा था युधिष्ठिर...अटल सत्य कहा आपने। यही तो यक्ष से कहा था युधिष्ठिर ने। सब कुछ छोड़कर जाने के सत्य से वाकिफ होकर भी इंसान संग्रह की प्रवृत्ति नहीं छोड़ता। मुहाने तक जाते जाते लालसा और बढ़ती जाती है। अफ़सोस<br />वैसे भी हमारा देश दो चुनौतियों के मोर्चे पर पूरी तरह असफल है यानी देशभक्ति और ईमानदारी। अब इसमें दो पक्ष और जुड़ गए अर्थात अब धर्म तथा विचारधारा देश से ऊपर हो गई है। दुःख की बात<br />बहुत सामयिक बात उठाई है आपने। कोरोना भी फेल हो गया हमें सुधारने में। <br />सदा की तरह इस बार भी आपने सचाई से रूबरू कराया है। सो हार्दिक बधाई, आभार एवं शुभकामनाएं। सादरविजय जोशीhttps://www.blogger.com/profile/12404983250204309547noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-73720629932875656322022-01-02T06:51:14.503+05:302022-01-02T06:51:14.503+05:30वर्ष 2022की हार्दिक शुभकामनाएँ!वर्ष 2022की हार्दिक शुभकामनाएँ!नीलाम्बरा.comhttps://www.blogger.com/profile/05792893886774411412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-15315346083253946372022-01-02T06:50:32.622+05:302022-01-02T06:50:32.622+05:30बहुत ही प्रेरक और सामयिक आलेख। हार्दिक बधाई, शुभका...बहुत ही प्रेरक और सामयिक आलेख। हार्दिक बधाई, शुभकामनाएँ। नीलाम्बरा.comhttps://www.blogger.com/profile/05792893886774411412noreply@blogger.com