tag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post2342696034629174386..comments2024-03-17T09:36:41.468+05:30Comments on उदंती.com: ...और मैं कुरार गाँव का कवि बन गयाudanti.comhttp://www.blogger.com/profile/16786341756206517615noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-7377236489062180912010-04-08T11:17:41.658+05:302010-04-08T11:17:41.658+05:30सचमुच सुंदर कविताएं हैं। यह कुरार गांव कहीं भी हो ...सचमुच सुंदर कविताएं हैं। यह कुरार गांव कहीं भी हो सकता है। बीस पच्चीस साल पहले लिखी गईं ये कविताएं कई मायनों में आज भी उतनी ही मौजूं हैं। मैं यहां बंगलौर में ऐसे कई कुरार गांव देखता हूं। बधाई देवमणि जी।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.com