tag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post1461121816483491281..comments2024-03-19T18:52:57.849+05:30Comments on उदंती.com: अनकहीः बच्चे पढ़ना- लिखना भूल गए? udanti.comhttp://www.blogger.com/profile/16786341756206517615noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-84987214657798528082022-06-14T17:23:26.467+05:302022-06-14T17:23:26.467+05:30अति उत्तम आलेख, सामयिक व प्रासंगिक। अति उत्तम आलेख, सामयिक व प्रासंगिक। नीलाम्बरा.comhttps://www.blogger.com/profile/05792893886774411412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-90463815356104136462022-04-03T15:45:19.613+05:302022-04-03T15:45:19.613+05:30समसामयिक विषय पर लिखी गई अनकही .... वाकई अनकही है ...समसामयिक विषय पर लिखी गई अनकही .... वाकई अनकही है ...sujatahttps://www.blogger.com/profile/15508105859797527522noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-74709162764228872992022-04-03T12:32:43.376+05:302022-04-03T12:32:43.376+05:30सनसामयिक और महत्त्वपूर्ण लेख। अभिभावकों और शिक्षको...सनसामयिक और महत्त्वपूर्ण लेख। अभिभावकों और शिक्षकों के लिए बहुत उपयोगी और विचारणीय।सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-23277805066086365002022-04-03T11:58:40.504+05:302022-04-03T11:58:40.504+05:30कोरोना काल जितना चुनौतीपूर्ण था,उतना ही उसके बाद क...कोरोना काल जितना चुनौतीपूर्ण था,उतना ही उसके बाद का काल भी।समाज के बदलते परिवेश पर विचारोत्तेजक लेख। Bharati Babbarhttps://www.blogger.com/profile/15670300026511539530noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-41829140890705377142022-04-03T11:25:19.315+05:302022-04-03T11:25:19.315+05:30मैं एक शिक्षिका हूँ..और मैं अति गहराई इस आलेख में ...मैं एक शिक्षिका हूँ..और मैं अति गहराई इस आलेख में दिये गये संदेश को समझ सकती हूँ... कदाचित सबकुछ पुनः ठीक हो पाए... आपकी लेखनी ने सार्थक कहा 🙏🌹💐🙏Sonneteer Anima Dashttps://www.blogger.com/profile/10477854858493393824noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-8174634017922746532022-04-02T18:01:39.567+05:302022-04-02T18:01:39.567+05:30सामयिक विषय पर सटीक आलेख। हमने बहुत कुछ खोया है। स...सामयिक विषय पर सटीक आलेख। हमने बहुत कुछ खोया है। सब तो नहीं पा सकते लेकिन जो पा सकते हैं उनके लिए प्रयास करना आवश्यक है। आपके सुझावों से मैं सहमत हूँ। अशेष शुभकामनाएँ। Sudershan Ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/04520376156997893785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-2203599390078948902022-04-02T10:18:21.349+05:302022-04-02T10:18:21.349+05:30आदरणीया,
बहुत सामयिक विषय पर सोच को एक नई धार दी ...आदरणीया, <br />बहुत सामयिक विषय पर सोच को एक नई धार दी है आपने। दुर्भाग्य कि जिस आगत पीढ़ी पर सर्वाधिक ध्यान दिया जाना जरूरी है वही देश के मानस पटल से विलोपित <br />है और देश पूरा शिक्षित होने का दंभ भरता है। अफ़सोस। इतने ज्वलंत विषय पर जो आपने उठाया है यदि सुप्त कुंभकर्णी व्यवस्था में थोड़ी भी हलचल हो सके तो उदंती का सपना पूरा हो जायेगा। <br />- बालक को बचपन और फिर यौवन नहीं मिलता<br />- मरुथल में किसी प्यास को साधन नहीं मिलता <br />- सजा रखे हैं सब आईने अंधों ने घर अपने<br />- जिनकी आंखें हैं उनको दर्पण नहीं मिलता <br /> साधुवाद सहित सादर प्रणाम विजय जोशीhttps://www.blogger.com/profile/12404983250204309547noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4535413749264243925.post-591913388190030342022-04-02T09:24:27.044+05:302022-04-02T09:24:27.044+05:30अनकही में आपने कोरोना काल मे बच्चों की शिक्षा और उ...अनकही में आपने कोरोना काल मे बच्चों की शिक्षा और उनसे प्रभावित हुए सारी स्थितियो पर बेबाक और गंभीर चिंतन करके जो निष्कर्ष प्रस्तुत किया है वह न केवल सही बल्कि समीचीन भी है और हर स्तर पर इसके लिए सार्थक प्रयास किया जाना चाहिए। इसमें ये सोचना उचित नहीं होगा कि कौन क्या कर रहा है या कर सकता है बल्कि अपनी जिम्मेदारी को, कर्म को ईमानदारी से करना सही होगा। इस काल मे हमने बहुत कुछ खोया है, इसमें संदेह नहीं है लेकिन जिसे खो चुके उससे उबरकर जो बचा है उसे बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए। मैं आपके विचारों से पूरी तरस सहमत हूँ।<br />प्रो अश्विनीकेशरवानीAshwini Kesharwanihttps://www.blogger.com/profile/04291947276851549603noreply@blogger.com