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Mar 10, 2017

उदंती.com , मार्च 2017

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यदि अपने आप को किसी रंग में रंगना है, तो प्रेम के रंग में रंग; क्योंकि इस रंग में रंगा हुआ मनुष्य मृत्यु के बंधनों से छूट जाता है।     
                   - सनाई
  

3 comments:

नीलिमा शर्मा Neelima Sharma said...

बहुत सुंदर रचनाये शामिल बेहतरीन रचनाकारों की

Unknown said...

Sabhi rachnayen bahut achchhi hain

Satya sharma said...

बहुत ही बेहतरीन और सार्थक रचनाओं के लिए सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई